नई दिल्ली : तमाम कूटनीतिक प्रयासों और अमेरिका के आर्थिक प्रतिबंधों को ठेंगा दिखाते हुए रूस ने गुरुवार को यूक्रेन पर चौतरफा हमला बोल दिया। जल, थल और नभ से रूसी सेना ने यूक्रेन की राजधानी कीव और अन्य शहरों पर जबरदस्त बमबारी की। खासकर यूक्रेन के सैन्य ठिकानों, रडार सिस्टम और एयर बेस को निशाना बनाया गया। राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के आदेश के बाद यह सैन्य कार्रवाई शुरू की गई।बताया जाता है कि रूसी सेना ने हमले में बड़े पैमाने पर क्रूज मिसाइलों का इस्तेमाल किया। रूस की थल सेना भी टैंकों के साथ यूक्रेन में घुस गई है। रूस के लड़ाकू हवाई जहाज लगातार यूक्रेन पर बमबारी कर रहे हैं। वहीं उसकी नौसेना समुद्र से हमले कर रही है।
शहर छोड़कर भाग रहे लोग।
रूस के ताबड़तोड़ हमलों में यूक्रेन की राजधानी कीव और अन्य शहरों में भारी तबाही के समाचार मिल रहे हैं। राजधानी कीव और अन्य शहरों से लोगों का पलायन शुरू हो गया है। लोग शहर छोड़कर भाग रहे हैं। इससे लाखों यूक्रेनियों के शरणार्थी होने की आशंका खड़ी हो गई है।
आत्मसमर्पण नहीं करेंगे।
रूसी सेना के भीषण हमलों के बावजूद यूक्रेन के राष्ट्रपति ने आत्मसमर्पण नहीं करने का ऐलान किया है।उन्होंने अंत तक लड़ने और जीतने का दावा किया है। इस बीच यूक्रेन में आपातकाल की घोषणा कर दी गई है।
नाटो को युद्ध से दूर रहने की चेतावनी।
इधर रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने अमेरिका और नाटो सेना को चेतावनी दी है कि वे युद्ध में हस्तक्षेप न करें। अन्यथा उंसका अंजाम बेहद भयावह होगा।