इंदौर : कोरोना मरीजों के इलाज में संजीवनी माने जाने रहे रेमडेसिविर इंजेक्शन अभी भी दवाई की दुकानों पर नही मिल रहे हैं, जिसके कारण एक तरफ इनकी कालाबाजारी हो रही है, वहीं दूसरी तरफ नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाकर बेचे जा रहे हैं।
भाजपा नेता शैलेन्द्र महाजन ने बताया कि लगभग एक माह से इंजेक्शन रेमडेसिविर दवाई की दुकानों पर नही मिल रहे हैं।प्रशासन द्वारा सीधे भर्ती मरीजों को अस्पताल में उपलब्ध किए जाने की बात कही जा रही है, पर मरीजों को अस्पताल में भी इंजेक्शन मांग के अनुपात में कम मिल रहे हैं। परिजन बाज़ार से मुंहमांगे दाम में इंजेक्शन लेने के चक्कर मे नकली रेमडेसिविर खरीदकर के ठगी का शिकार हो रहे है।वही मरीज की जान में भी जोखिम में डाल रहे हैं। पिछले दिनों में जितने भी लोग नकली इंजेक्शन बेचते पकड़े गए वो किसी न किसी माध्यम से अस्पतालों से जुड़े हैं
शैलेन्द्र महाजन ने जिला कलेक्टर मनीषसिंह से मांग की है कि अस्पतालों में दिए जाने रेमडेसिविर इंजेक्शन मरीजों को लगाने के बाद अस्पताल प्रबंधन खाली शीशी को तुरंत नष्ट करने के आदेश दे।इससे खाली शीशी का दुरुपयोग नही होंगा।वही किसी के जीवन के साथ खिलवाड़ नही होंगा।