पुणे : हजारों अनाथ बच्चों की मां बनकर उनकी देखभाल करने वाली सामाजिक कार्यकर्ता और पद्मश्री से सम्मानित सिंधुताई सपकाल का मंगलवार को पुणे में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 73 साल की थी।
बताया जाता है कि एक महीने पहले सिंधुताई सपकाल का हार्निया का ऑप्रेशन हुआ था। उनका इलाज पुणे के गैलेक्सी केयर अस्पताल में चल रहा था। जहां मंगलवार रात करीब 8 बजकर 10 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली।
बुधवार को उनकी पार्थिव देह पुणे के पुरन्दर तहसील स्थित बाल सदन में अंतिम दर्शनों के लिए रखी गई। बड़ी संख्या में लोगों ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। बाद में पुणे के ही ठोसरपागा स्मशानभूमि में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
सिंधुताई के निधन पर जताया शोक।
सिंधुताई सपकाल के निधन पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। गडकरी ने अपने आधिकरिक ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट कर कहा, “वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता और ‘अनाथों की माता’ के नाम से मशहूर सिंधुताई सपकाल के निधन की खबर सामने आई। उन्हें मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि। पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित सिंधुताई ने कई मुश्किल परिस्थितियों का सामना करते हुए हजारों अनाथों की देखभाल की।”
पीएम नरेंद्र मोदी, महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे, नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस सहित कई अन्य नेता, समाजसेवी, साहित्यकार और कलाकारों ने भी अनाथों की मां सिंधुताई सपकाल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।