डीसीपी मनीष अग्रवाल ने बच्चों को यातायत और लाइसेंस प्रक्रिया के प्रति जागरूक किया।
इंदौर : “सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा” के मंत्र के साथ वामा साहित्य मंच ने अपनी यातायात सुधार मुहिम के द्वितीय चरण को तीन अलग अलग स्कूलों में संचालित कर बच्चों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया। इसके तहत सरस्वती शिशु मंदिर,(माणिक बाग)माधव विद्यापीठ (अहिल्या नगर),सरस्वती शिशु मंदिर(साईनाथ कॉलोनी) में यातायात व्यवस्था जागरूकता संबंधी कार्यक्रम आयोजित किए।
इन कार्यक्रमों में डीसीपी मनीष अग्रवाल समेत यातायात विभाग के कई अधिकारी भी मौजूद रहें। इस संपूर्ण कार्यक्रम की रूपरेखा वामा अध्यक्ष इंदु पाराशर ने बनाई थी। उन्होंने पूर्व में हुए कार्यक्रम,इनके उद्देश्य और आगामी अंतिम चरण में होने वाले क्विज कार्यक्रम की जानकारी दी। इस दौरान स्कूलों को यातायात संबंधी नियमों के चार्ट उपहार में दिए गए।
यातायत आरक्षक सुमंत सिंह ने बच्चो को चार्ट और उदाहरणों के द्वारा सुरक्षित रूप से गाड़ी चलाने,एक्सीडेंट होने के कारणों सहित गलत तरीके से दोपहिया वाहनों पर बैठने के परिणामों के बारें में बताया।
वामा साहित्य मंच की ओर से एसीपी अरविंद तिवारी , टी आई अनिता, टीआई सुप्रिया चौधरी का स्वागत किया गया। टीआई सुप्रिया ने रोचक अंदाज में बच्चो को नियमों का पालन करने की समझाइश दी।
यातायात नियमों का पालन करें, दुपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट लगाएं।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डीसीपी मनीष अग्रवाल ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि नियमों का पालन करवाने से पहले खुद नियमों का पालन करें। हेलमेट अवश्य लगाएं।कबीर के दोहे बताते हुए उन्होंने कहा कि नियमों को अंतरमन से अपनाएं, ये जरूरी है।
अतिथियों को स्मृति चिह्न दिव्या मंडलोई, सुषमा शर्मा,प्रतिभा जैन,नीलम तोलानी,आशा मुंशी द्वारा प्रदान किए गए। संचालन मधु टाक ने किया।आभार सचिव शोभा प्रजापति ने माना।