इंदौर: मप्र बास्केटबॉल एसोसिएशन की वार्षिक साधारण सभा में पदाधिकारियों का निर्वाचन निर्विरोध किया गया। बरसों से एसोसिएशन के बंडी और गिल गुटों में चल रहा विवाद खत्म होने के बाद ये पहली साधारण सभा थी जिसमें दोनों गुट शामिल हुए।
विजयवर्गीय चेयरमैन, गिल अध्यक्ष।
साधारण सभा में नए पदाधिकारियों का निर्वाचन किया गया। इस दौरान सर्वसम्मति से कैलाश विजयवर्गीय चेयरमैन, कुलविंदर गिल अध्यक्ष, अविनाश आनंद महासचिव और यशवंत सिंह कुशवाह कोषाध्यक्ष चुने गए। सभी उपस्थित सदस्यों ने हाथ उठाकर नवनिर्वाचित पदाधिकारियों के नाम का अनुमोदन किया। बाद में उपाध्यक्ष, सहसचिव और कार्यकारिणी के सदस्यों का भी निर्विरोध निर्वाचन हुआ।
लंबे समय से चल रहा था विवाद।
बास्केटबॉल एसोसिएशन में वर्चस्व की लड़ाई बीते 11 वर्षों से चल रही थी। भूपेंद्र बंडी और कुलविंदर गिल अलग- अलग संगठन चला रहे थे। कैलाश विजयवर्गीय गिल गुट द्वारा संचालित बास्केटबॉल संगठन के 2014 से अध्यक्ष थे। हाल ही में दोनों संगठनों ने मतभेद भुलाकर एकसाथ काम करने का निर्णय लिया था।
खिलाड़ियों को होगा फायदा।
मप्र बास्केटबॉल एसोसिएशन के दोनों गुटों के साथ आने का सबसे बड़ा फायदा खिलाड़ियों को होगा। भारतीय बास्केटबॉल संघ ने कुलविंदर गिल गुट को मान्यता दे रखी थी जिसके कारण बंडी गुट के संगठन से जुड़े खिलाड़ी बड़ी स्पर्धाओं में नहीं खेल पाते थे। संसाधनों के लिहाज से बंडी का संगठन ज्यादा मजबूत था। अब दोनों गुटों के मिलकर काम करने से खिलाड़ियों को अच्छी सुविधाएं मिलने के साथ खेलने के भी ज्यादा अवसर मिल सकेंगे।