राजमाता जीजाबाई और स्वामी विवेकानन्द की जयंती पर गुजराती विज्ञान महाविद्यालय में किया गया शक्ति शिविर का आयोजन।
पुण्याति वेलफेयर फाउंडेशन चला रहा छात्राओं को सबल बनाने का अभियान।
इंदौर : पुण्याति वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा युवतियों और महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाने के लिए बड़े पैमाने पर शक्ति शिविर लगाए जा रहे हैं। इन शक्ति शिविरों के माध्यम से कॉलेज और प्रशिक्षण केंद्रों पर महिलाओं व युवतियों को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग देने के साथ ही संस्कृति और संस्कारों की जानकारी भी दी जा रही है।
नारी शक्ति के संकल्प के साथ कार्यरत पुण्याति वेलफेयर फाउंडेशन की प्रमुख डॉ. माला सिंह ठाकुर ने बताया कि आत्मरक्षा और संस्कारों की सीख के साथ इन शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। शिविर में आत्मरक्षा के लिए छात्राओं को दंड चलाना, नियुद्ध, शरीर के मर्म अंगों की जानकारी के साथ ही, लव जिहाद के ट्रैप को समझने और बचने की हिदायत व असामाजिक तत्वों से निपटने के टिप्स दिए जा रहे हैं। विषम परिस्थितियों से निपटने के साथ ही, आत्मविश्वास बढ़ाने हेतु भी मार्गदर्शन दिया जा रहा है।
इसी कड़ी में गुरुवार को गुजराती विज्ञान महाविद्यालय में दंड शिविर का आयोजन किया गया। जिस प्रकार जीजामाता ने छत्रपति शिवाजी को गढ़ा, युद्ध कौशल में पारंगत बनाया, वैसे ही वर्तमान परिस्थितियों में बेटियां सबल, सक्षम और समर्थ बने उसी उद्देश्य से शिविर का आयोजन किया गया। स्वामी विवेकानंद के सपनों के भारत की संकल्पपूर्ति शिक्षित और सबल नारी शक्ति से ही संभव है, यह भाव इस शिविर के केंद्र में रहा। छात्राओं ने ‘अपनी रक्षा अपने हाथ का संकल्प भी लिया।’
गुजराती विज्ञान महाविद्यालय की प्राचार्य किरण दीक्षित, गुजराती वाणिज्य महविद्यालय के प्राचार्य दिनेश माहेश्वरी के साथ ही संयोजक डॉ. ऋषिना नातू विशेष रूप से उपस्थित रहे।
छात्राओं को मास्टर ट्रेनर अश्विनी पाल, अरुणा नायडू और टीम ने प्रशिक्षण दिया।