शिक्षक दिवस पर राज्य स्तरीय समारोह में 27 शिक्षकों का सम्मान

  
Last Updated:  September 6, 2021 " 01:06 am"

इंदौर : स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) और सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार का कहना है कि शिक्षक भारत की शिक्षा व्यवस्था के आदर्श, मूल्य और संस्कार के वाहक हैं। शिक्षक भारत की सनातन परंपरा का पालन करते हुए विद्यार्थियों को पढ़ाने लिखाने तक सीमित न होकर, उन्हें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने और जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने वाला एक व्यक्तित्व हैं। मंत्री परमार वल्लभ भवन भोपाल में वर्चुअली ऑनलाइन आयोजित “राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह” में शिक्षण क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित कर रहे थे। श्री परमार ने शिक्षकों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि शिक्षक बच्चों के भविष्य को आकार देते हैं, इस तरह वे राष्ट्र के भावी भविष्य का निर्माण करते है। इस नेक योगदान के कारण ही शिक्षक समाज के सबसे ज्यादा सम्मानित सदस्य हैं। प्रदेश के विभिन्न जिलों से 27 शिक्षकों का सम्मान करते हुए परमार ने कहा कि यह सम्मान प्रदेश के हर शिक्षक और शिक्षा व्यवस्था से जुड़े हर अधिकारी-कर्मचारी का सम्मान है। मंत्री परमार ने भोपाल जिले की शिक्षिका वंदना पांडे को मंत्रालय में सम्मानित करते हुए प्रदेश के विभिन्न जिलों के एनआईसी कक्षा से जुड़े शिक्षकों को शाल, श्रीफल, प्रशस्ति पत्र और 25 हज़ार रुपये की सम्मान राशि से सम्मानित किया।

राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक का किया सम्मान

स्कूली शिक्षा राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार इंदर सिंह परमार ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित मंडला जिले के बिछिया विकासखंड के शासकीय हाई स्कूल मांद के माध्यमिक शिक्षक शक्ति पटेल को भी सम्मानित किया।मंत्री परमार ने उन्हें शाल, श्रीफल, प्रशस्ति पत्र और राज्य शासन की ओर से 11 हज़ार रुपये की सम्मान राशि का चेक भेंट किया।

कोरोना काल में दिवंगत शिक्षकों को दी श्रद्धांजलि।

मंत्री परमार ने कोरोना काल की विषम परिस्थितियों में दिवंगत हुए सभी शिक्षकों और स्टाफ को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा हमारे शिक्षकों ने कोरोना संकटकाल के दौरान शासन द्वारा सौपे विभिन्न दायित्यों का निर्वहन कर आमजन को राहत पहुंचाने के साथ-साथ विद्यार्थियों की शिक्षा निरंतर रखने का उत्कृष्ट कार्य किया है। भविष्य में जब इतिहास लिखा जाएगा तो शिक्षा क्षेत्र में उनका स्मरण और योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।

प्रदेश के 27 शिक्षक हुए सम्मानित।

“राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह 2021” के ऑनलाइन कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न जिलों के 27 शिक्षकों को शिक्षण क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इन शिक्षकों में उज्जैन की प्राचार्य डॉ चित्ररेखा जैन, राजगढ़ की व्याख्याता बबीता मिश्रा, दमोह के अजय कुमार सिंघई, डिंडोरी के उच्चतर माध्यमिक शिक्षक प्रशांत कुमार साहू, बालाघाट के शिक्षक गौरीशंकर पटले, बड़वानी के अनिल प्रबोध मिश्रा, बैतूल की ममता गोहर, भोपाल की वंदना पांडे, छतरपुर के सचिन कुमार द्विवेदी, छिंदवाड़ा की भावना शर्मा, धार के बालकृष्ण शुक्ला, गुना की डॉक्टर सारिका जैन, मंदसौर के पंकज कुमार गुप्ता, मुरैना के उमेश कुमार तिवारी, नरसिंहपुर के सुशील कुमार शर्मा, रतलाम की सीमा अग्निहोत्री, सीहोर के संजय सक्सेना, सिवनी के अविनाश पाठक, शहडोल की डॉ निधि शुक्ला, शाजापुर के आशीष जोशी, टीकमगढ़ के शफी मोहम्मद, राजगढ़ के मोहन विश्वकर्मा, रमाकांत पांडे, भिंड के माध्यमिक शिक्षक मोहम्मद शकील, मंडला के अखिलेश उपाध्याय, देवास के महेश कुमार सोनी और नीमच के निर्मल राठौर शामिल हैं।

इस अवसर पर प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी, आयुक्त लोक शिक्षण अनुभा श्रीवास्तव, संचालक राज्य शिक्षा केंद्र श्रीधन राजू एस, अपर संचालक धीरेंद्र चतुर्वेदी, संयुक्त संचालक शीतांशु शुक्ला,आर एस तोमर सहित शिक्षा विभाग के संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

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