शिक्षा के क्षेत्र में सीएम राइज योजना नई सामाजिक क्रांति का आगाज – मुख्यमंत्री चौहान

  
Last Updated:  October 29, 2022 " 07:06 pm"

मुख्यमंत्री चौहान ने 2 हजार 519 करोड़ रूपये की लागत के 69 सीएम राइज स्कूलों के नवीन भवन के लिये भूमिपूजन किया।

इंदौर के भी 5 स्कूल शामिल।

इंदौर : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में शिक्षण सुविधाओं को सुदृढ बनाने, विस्तारित करने और गुणवत्तापूर्ण शिक्षण की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश में सीएम राइज योजना के तहत 2 हजार 519 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाले 69 सीएम राइज स्कूलों के नवीन भवनों का भूमिपूजन शनिवार को इंदौर में आयोजित समारोह में किया। इनमें इंदौर के 5 सीएम राइज स्कूल भी शामिल हैं। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट और पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर विशेष रूप से मौजूद थीं।

कार्यक्रम में सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम के अध्यक्ष सावन सोनकर, जिला पंचायत अध्यक्ष रीना मालवीय, इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, विधायक रमेश मेंदोला, मालिनी गौड़ व महेंद्र हार्डिया, पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता, राजेश सोनकर, मनोज पटेल, आईडीए के पूर्व अध्यक्ष मधु वर्मा, गौरव रणदिवे, पूर्व महापौर कृष्ण मुरारी मोघे, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा रश्मि अरुण शमी, आयुक्त लोक शिक्षण अभय वर्मा, संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा और कलेक्टर मनीष सिंह भी मौजूद थे।

सीएम राइज योजना नई सामाजिक क्रांति।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में सीएम राइज योजना नई सामाजिक क्रांति है। इस योजना के माध्यम से शासकीय स्कूलों को सर्वसुविधायुक्त और संसाधन युक्त बनाया जा रहा है। नए भवन बनाए जा रहे हैं। योग्य, कुशल, कर्मठ तथा लगनशील शिक्षकों की व्यवस्था की जा रही है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने का सिलसिला शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि सीएम राइज स्कूलों में स्मार्ट क्लास, लायब्रेरी, प्रयोगशाला, खेल मैदान सहित अन्यम सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएंगी। सरकारी स्कूलों को प्रायवेट स्कूलों से बेहतर बनाया जाएगा। सीएम शिवराज ने कहा कि सरकारी स्कूलों के अध्यापकों और बच्चों में योग्यता और प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। आगे बढ़ने के लिए उन्हें सिर्फ अवसर और सुविधाएं देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षाकर्मी कल्चर को समाप्त किया गया है। शिक्षकों को बेहतर सम्मान और सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने बच्चों से संवाद कर उन्हें पढ़ने, खेलने एवं आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि पढ़ाई के साथ खेल भी जरूरी है।

सीएम राइज स्कूलों में खेलकूद के साथ कला – संस्कृति को भी तरजीह।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएम राइज स्कूलों में चित्रकला, गीत-संगीत और खेलकूद के क्षेत्र में भी आगे बढ़ने की सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। उन्होंने बच्चों को पढ़ने, खेलने और आगे बढ़कर आसमान छू लेने का संकल्प भी दिलवाया। उन्होंने बच्चों से कहा कि मनुष्य जैसा सोचता है, करता है, वैसा ही वह बनता है। इसलिए अच्छा सोचो, अच्छा करो और अच्छे नागरिक बनो। जीवन में नई ऊचाईयों को प्राप्त करो। उन्होंने कहा कि जीवन की नई ऊचाईयों को हासिल करने के लिये सीएम राइज योजना मील का पत्थर साबित होगी।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री चौहान ने पोलोग्राउंड में विकसित किए जा रहे सीएम राइज स्कूल, शासकीय अहिल्या आश्रम उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक-एक के प्रागंण में स्थापित प्रात: स्मरणीय अहिल्या माता की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए।

स्कूली छात्राओं पर बरसाए फूल।

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री चौहान ने उपस्थित बालिकाओं पर पुष्प वर्षा कर स्वागत-सत्कार किया।मुख्यमंत्री ने समारोह परिसर में सीएम राइज स्कूल पर आधारित चित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम में सीएम राइज योजना पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।

शासकीय स्कूलों की दशा व दिशा बदलेगी।

स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि सीएम राइज योजना से मध्यप्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में नई क्रांति का सूत्रपात हो रहा है। शासकीय स्कूलों की दशा एवं दिशाएं बदली जा रही हैं। मध्य प्रदेश में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की जा रही है। मध्यप्रदेश में 12वीं तक की शिक्षा एक ही कैंपस में देने की व्यवस्था की जा रही है। मातृभाषा में शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है। अन्य भाषाओं को भी बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाषाएं एक दूसरे से जोड़ने का बड़ा माध्यम हैं। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए स्कूलों को सर्वसुविधा तथा संसाधन युक्त बनाया जा रहा है। सीएम राइज स्कूल योजना इस दिशा में एक बड़ा कदम है।

कार्यक्रम के प्रारंभ में शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी ने स्वागत भाषण दिया।

इंदौर जिले में होगी 11 सीएम राइज स्कूलों की स्थापना।

बताया गया कि इंदौर जिले में सीएम राइज योजना के तहत 7 विधानसभा क्षेत्रों में 11 सीएम राइज स्कूलों की स्थापना होने जा रही है। इसके अलावा दो विधानसभा क्षेत्रों में 2 सीएम राइज स्कूलों की स्थापना की प्रक्रिया जारी है। फिलहाल लगभग 170 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाले पाँच स्कूलों के नवीन भवनों का भूमिपूजन किया गया है। सीएम राइज योजना के अंतर्गत चयनित विद्यालयों में प्रायवेट स्कूलों की तरह सुविधाएं विकसित की जायेंगी। प्रशिक्षित मानव संसाधन भी उपलब्ध रहेंगे।

सीएम राइज स्कूलों में ये रहेंगी सुविधाएं।

सीएम राइज स्कूल योजना प्रदेश के लिए बड़ी उपलब्धि है। सीएम राइज स्कूलों में स्मार्ट माध्यम से शिक्षा दी जाएगी। आधुनिक प्रयोगशाला, कम्प्यूटर लेब, स्मार्ट क्लॉस, पुस्तकालय की सुविधा के साथ कला, संगीत, खेल-कूद और व्यवसायिक शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थी भी इन स्कूलों में उच्च गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।
राज्य शासन ने स्कूली शिक्षा में आमूलचूल परिवर्तन करने के लिए सीएम राइज स्कूल शुरू करने का क्रांतिकारी निर्णय लिया है। ये स्कूल शिक्षा की गुणवत्ता को और भी बेहतर बनाने के लिए खोले जा रहे हैं। सीएम राइज स्कूल में के.जी. से लेकर कक्षा 12वीं तक शिक्षा दी जाएगी।

कुल 09 हजार 095 सीएम राइज स्कूल खुलेंगे।

प्रदेश में 2 चरण में 9 हजार 95 सीएम राइज स्कूल खोले जायेंगे। प्रथम चरण में वर्ष 2021-24 में प्रत्येक जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर 360 स्कूल खोले जाएंगे। दूसरे चरण में वर्ष 2024 से 2031 तक प्रत्येक 10 से 15 किलोमीटर में एक सीएम राइज स्कूल शुरू होगा और 8 हजार 735 स्कूल खोले जायेंगे। सीएम राइज स्कूल का लक्ष्य छात्रों के सीखने के स्तर में उल्लेखनीय प्रगति लाना रहेगा।

Facebook Comments

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *