इंदौर : पावन सिद्ध धाम श्री लक्ष्मी वैंकटेश देवस्थान छत्रीबाग में श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का दिव्य आयोजन चल रहा है।
कथा के चतुर्थ दिवस पर बुधवार को वृंदावन के श्रीधर धाम से पधारे कथा वाचक पुरषोत्तम शरणजी महाराज ने गजेंद्र मोक्ष की कथा का श्रवण कराया। साथ ही प्रभु श्रीकृष्ण का धूमधाम से जन्मोत्सव मनाया गया।
उन्होंने कहा इंसान जब कथा में बैठता है, कथा श्रवण करता है, उसी दौरान उसका विष रूपी जहर बाहर निकलता है और अमृत उत्पन्न होता है। देवताओं का काम सिद्ध करने के लिए भगवान विष्णु ने वामन अवतार लिया अर्थात ब्राह्मण का सम्मान ही परमात्मा का सम्मान है। राम जी के अवतार की कथा के श्रवण में उन्होने कहा
जिसमें मानव को विशेष शिक्षा माता की सेवा, गुरुजन की सेवा करना ही परम धर्म बताया गया है। भगवान राम का चरित्र संसार के प्रत्येक प्राणी के लिए अनुकरणीय है। कथा के बाद भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव नागोरिया पीठाधिपति श्री नागोरिया पीठाधीश्वर स्वामी श्री विष्णुप्रपन्नाचार्य महाराज के मंगला साशन मे भगवान को पालने में झुलाया गया और माखन मिश्री का भोग लगाया गया फिर बधाई ओर नानक राम मीरचंदानी परिवार द्वारा उपहार बांटे गए
सजे धजे पंडाल में
कृष्ण जन्म होते ही भक्तों ने नंद बाबा के साथ खूब आनंद उत्साह के साथ नृत्य किया। भक्तों को बधाई भी बाटी गयी। नंद महोत्सव मनाया गया।
दिनांक 15 सितंबर को पंचम दिवस में दोपहर 2.30 बजे से 6.30 बज्र तक कथा होगी जिसमे प्रभु को 56 भोग का दर्शन होगा।
कथा का आयोजन मीरचंदानी परिवार दुवारा किया जा रहा है। पंडित मुकेश शर्मा दुवारा विधिवत पूजन संपन करवाया जा रहा है। श्रीमद भागवत कथा के इस अवसर पंकज तोतला, नंदलाल शर्मा, गजेंद्र राठौर, अजय खंडेलवाल राजेंद्र प्रजापति, कमलेश राठौर, अंकित गर्ग और समस्त वैंकटेश भगत मंडली मौजूद थी।