सफल होने के लिए अपने जीवन में पांच ‘डी’ का पालन करें छात्र

  
Last Updated:  November 4, 2022 " 06:10 pm"

प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट के बी टेक छात्रों को विशेषज्ञों ने दिए सफलता के गुरुमंत्र।

इंदौर : सफल होने के लिए छात्र अपने जीवन में पांच डी (डेटर्मिनेशन, डेडिकेशन, डिवोशन, डिसिजन और डेस्टिनेशन – संकल्प, समर्पण, भक्ति, निर्णय और गंतव्य का अनुपालन करें। यह बात ग्लोबल हेड साइबर सिक्योरिटीज सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, टाटा कंसल्टेंसी, विकास चौधरी ने प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग मैनेजमेंट एंड रिसर्च के 2022-23 के बी.टेक पाठ्यक्रमों के नव प्रवेशित छात्र छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कही।

सीखने की ललक को करें आत्मसात।

सफल होने के सूत्र को छात्रों से साझा करते हुए उन्होंने कहा कि जब तक वे इन पांच डी का अपने जीवन में अनुपालन करते रहेंगे, सफलता उनके कदम चूमेगी।
कोलेबोरेशन (सहयोग) के महत्व पर प्रकाश डालते हुए विकास चौधरी ने कहा कि सहयोग में बड़ी शक्ति होती है।यदि आप अपने शिक्षकों, सहपाठियों के साथ मिलकर काम करते हैं, तो अब से चार साल बाद जब आप इस संस्थान को छोड़ देंगे तो सभी एक बेहतर इंसान बन जाएंगे। उन्होंने छात्रों से कहा कि वो मार्क्स एवं थ्योरी से अधिक विचलित ना हों। अपने जीवन को पूर्ण रूप से जिएं एवं सीखने की ललक को जीवन में आत्मसात करें।

कनुप्रिया मनचंदाना (वाइस प्रेसिडेंट, पीपल इनफोबिंस) ने छात्रों से कहा कि सफल बनने के लिए कैप – कम्युनिकेशन स्किल्स, एबिलिटी व पर्सीवरेंस (संचार कौशल, चपलता, दृढ़ता ) को अपनाएं।

नौकरी की चाह रखने की बजाय नियोक्ता बनें छात्र।

पीआईईएमआर के निदेशक, डॉ. मनोज कुमार देशपांडे ने नव प्रवेशित इंजीनियरिंग छात्रों को बधाई देते हुए उन्हें बड़े सपने देखने और उद्यमिता व नवाचारों पर ध्यान देने को कहा। उन्होंने कहा कि पीआईईएमआर जैसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेज शुरू करने का मूल उद्देश्य विश्व स्तर के टेक्नोक्रेट्स बनाना और नवाचारों व उद्यमिता पर जोर देना है ताकि संस्थान में अध्ययन करने वाले छात्र छात्राएं नौकरी पाने की चाह रखने की बजाय नियोक्ता बनें और दूसरों को नौकरियां दें।

लक्ष्य पाने में जुट जाएं छात्र।

डॉ.राजीव रघुवंशी (एडमिशन हेड, प्रो कंप्यूटर डिपार्टमेंट) ने छात्रों से कहा कि उन्होंने सही कैरियर चुनाव का अपना पहला पड़ाव पार कर लिया है। अब वे पूर्ण प्रयास एवं मेहनत से अपने लक्ष्य को पाने में जुट जाएं। डॉ हेमन्त शर्मा (हेड, अप्लाइड साइयन्स एंड ह्यूमैनिटी, पीआईईएमआर ) ने छात्रों से करियर और प्लेसमेंट के अवसरों को बढ़ाने के लिए अच्छे तकनीकी ज्ञान होने के महत्व पर प्रकाश डाला।

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