इंदौर : क्राइम ब्रांच इंदौर को देवेन्द्र जैन पिता हीरालाल जैन निवासी लक्ष्मीपुरी कॉलोनी इंदौर ने शिकायत दर्ज कराई थी कि मरीमाता चौराहे के समीप ब्रह्मबाग कॉलोनी में रहने वाले हितेश बगोरा नामक व्यक्ति ने होम लोन दिलाने के नाम पर उससे किश्तों में 17 लाख रुपए ठग लिए हैं।
हितेश के विरूद्ध इसी प्रकार की ठगी संबंधी शिकायतें क्राइम ब्रांच को प्राप्त हुईं थी। शिकायतों को जांच में लेते हुए क्राइम ब्रांच ने आरोपी हितेश पिता कोमल लाल बागोरा को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने ठगी की कई वारदातें करना कबूला।
लोन व इलेक्ट्रॉनिक आइटम सस्ते में दिलाने के नाम पर करता था ठगी।
पुलिस के मुताबिक आरोपी हितेश कस्टम के मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक आइटम, तस्करी का सोना और लोन दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करता था। अब तक वह करोड़ों रुपए की ठगी कर चुका था।
पुलिस के अनुसार
लखनऊ के रहने वाले विवेक चौधरी को कस्टम के मोबाइल सस्ती कीमतों में उपलब्ध कराने का झांसा देकर हितेश ने उसने वर्ष 2018 में 08 लाख रूपये एडवांस प्राप्त कर लिये थे जिसके बाद ना उसके पैसे लौटाये ना ही किसी प्रकार के माल की डिलीवरी कराई। खण्डवा रोड पर रहने वाले अनुज जायसवाल से आरोपी हितेश बगोरा ने आधी कीमत में एप्पल कंपनी का फोन उपलब्ध कराने के नाम पर दो किस्तों में 41 हजार रूपये ले लिये बाद ना मोबाइल दिया और ना ही पैसे लौटाए।
इसी प्रकार आवेदक अभिषेक खण्डेलवाल निवासी मानवता नगर ने शिकायत दर्ज कराई थी कि हितेश बगोरा नामक युवक उसके साथ स्कूल में पढ़ता था जिससे उसकी जान पहचान थी। हितेश ने आवेदक को प्रलोभन दिया कि उसकी बिटकाइन ऑफ रोबोटिक ट्रेडिंग कंपनी मुंबई में है, जिसके जरिए वह समस्त प्रकार के इलेक्ट्रिक और इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों की डील करता है। आवेदक खण्डेलवाल को अपनी फर्म दर्श इन्टरप्राइजेस के लिए इलेक्ट्रॉनिक आयटम की आवश्यकता थी अतः हितेश ने डेल कंपनी का 76 हजार का लैपटाप 32 हजार में, प्रिंटर 5500 रू में व सोनी की एलईडी टीवी 5500 रू में उपलब्ध कराने का झांसा दिया तथा आवेदक खण्डेलवाल से किस्तों में लगभग 42000 रुपए हड़प लिए। इसीतरह आवेदिका राजकुमारी सोनी द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई थी कि उन्हें मोबाइल,लैपटॉप की फ्रेचाइजी दिलाने के नाम पर हितेश बगोरा ने 81200 रूपये ठग लिये, आवेदक धर्मवीर रघुवंशी द्वारा शिकायत की गई कि हितेश से जान पहचान होने के नाते उसको 06 लाख 15 हजार का सामान एक दुकान से उधार दिलवाया था जिसके पैसे हितेश ने नहीं भरे अतः आवेदक की गांरटी होने पर उसे पैसों का भुगतान करना पड़ा। हितेश वर्षों से गुमराह कर रहा है लेकिन पैसे नहीं लौटा रहा है।
उपरोक्त समस्त शिकायतों की जांच में क्राइम ब्रांच ने पाया कि आरोपी हितेश ने झांसे में लेकर कई लोगों से अब तक करोड़ों रूपये ठगे हैं।
अय्याशी के लिए करता था ठगी।
आरोपी हितेश पूर्व में इसी प्रकार खण्डवा तथा उसके सीमावर्ती जिलों में इस प्रकार ठगी की वारदातें कर चुका है। उसके बाद ठिकाना बदल कर वह इंदौर आ गया था। आरोपी नवाबी शौक जीने के लिए ठगी करता था। जिसमें महँगे कपड़े, घड़ी, पार्टी और अय्याशी में पैसे खर्च करता था। वर्तमान में वह भोपाल में लोगों को भरोसे में लेकर ठगी का नेटवर्क तैयार कर रहा था। आरोपी ने ना सिर्फ मप्र बल्कि राज्यों के लोगों को भी अपना शिकार बना कर पैसे ऐंठ लिए। आरोपी को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया जा रहा है ताकि उसके द्वारा अन्य राज्यों में की गई वारदातों का खुलासा हो सकें।