भोपाल : उत्तर भारत की तरफ से लगातार आ रही बर्फीली हवाओं से मध्य प्रदेश ठिठुर रहा है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक एक पश्चिमी विक्षोभ रविवार को उत्तर भारत में दाखिल हो सकता है। उसके प्रभाव से विदर्भ में प्रतिचक्रवात बनने के संकेत मिले हैं। इस सिस्टम के कारण 22 दिसंबर से हवाओं का रुख बदलेगा। हवा का रुख पूर्वी और उत्तर-पूर्वी होने लगेगा। इसके बाद न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे इजाफा होने लगेगा। इससे ठंड से कुछ राहत मिलने लगेगी।
इस वक्त उत्तर भारत में हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ रही है। लगातार तीन दिन से हवा का रुख उत्तरी बना रहने से प्रदेश के कुछ हिस्सों में रात का पारा तीन डिग्री सेल्सियस तक उतर आया हैं।
आसमान साफ होने के कारण धूप से दिन में तो कुछ राहत मिलती है, लेकिन शाम ढलते ही सर्द हवाओं के कारण सिहरन बढ़ने लगती है। रात के समय सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है। शाम ढलते ही जगह-जगह अलाव जलाकर लोग ठंड से जूझते नजर आने लगते हैं।
दो- तीन दिन रहेगा सर्द हवाओं का प्रकोप।
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि रविवार-सोमवार को भी ठंड के तेवर तीखे बने रहेंगे। इसके बाद दक्षिण और पश्चिमी मध्य प्रदेश में हवा का रुख पूर्वी और उत्तर-पूर्वी होने से तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी, लेकिन पूर्वी मप्र में ठंड के तेवर तीखे बने रहेंगे। पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने पर विदर्भ में बना सिस्टम समाप्त हो जाएगा। इसके बाद एक बार फिर तापमान में गिरावट शुरू होने की संभावना है।
तीखे होंगे ठंड के तेवर।
मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में प्रशांत महासागर में ला-निना प्रभाव भी मजबूत स्थिति में आता जा रहा है। इस वजह से उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ के आने की संख्या बढ़ गई है। पश्चिमी विक्षोभ जैसे ही उत्तर भारत के पहाड़ों में पहुंचते हैं, वहां बारिश और बर्फबारी शुरू हो जाती है। इस वजह से इस बार ठंड के तेवर समय के साथ और तीखे होने की भी संभावना बढ़ रही है।