इंदौर : हाई प्रोफाइल हनी ट्रैप मामले की प्रमुख आरोपी बनाई गई आरती दयाल और मोनिका यादव की पुलिस रिमांड 5 दिन और बढ़ा दी गई है। जबकि एक अन्य आरोपी ओमप्रकाश को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
27 सितंबर तक बढ़ी पुलिस रिमांड।
हनी ट्रैप मामले में गिरफ्तार कर प्रमुख आरोपी बनाई गई आरती, मोनिका व उनके कार चालक ओमप्रकाश की रिमांड अवधि खत्म होने पर रविवार को पुलिस ने उन्हें जिला कोर्ट में जेएमएफसी अब्दुल्ला अहमद की अदालत में पेश किया। आरती, मोनिका व ओमप्रकाश की ओर से अभिभाषक घनश्याम गुप्ता और अखिल गोधा ने पैरवी की। उन्होंने बताया कि पुलिस ने भोपाल, छतरपुर और राजगढ़ ले जाकर साक्ष्य एकत्रित करने और मामले की तह तक जाने का तर्क देते हुए आरती व मोनिका की रिमांड अवधि 29 सितंबर तक (7 दिन) और बढ़ाने की मांग की। इस मांग का हमने (बचाव पक्ष) विरोध किया। आरोपी महिलाओं आरती व मोनिका ने भी अदालत में पुलिस पर टॉर्चर करने का आरोप लगाया। दोनों पक्षों को सुनने के बाद अदालत ने आरती व मोनिका की पुलिस रिमांड 5 दिन याने 27 सितंबर तक के लिए बढ़ा दी जबकि आरती की कार के ड्राइवर ओमप्रकाश को 4 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
दोनों श्वेता और बरखा हैं न्यायिक हिरासत में।
आरती व मोनिका की से पूछताछ के बाद गिरफ्तार की गई भोपाल निवासी श्वेता पति विजय, श्वेता पति स्वप्निल और बरखा पति अमित को एक दिन की पुलिस रिमांड के बाद बीती 20 सितंबर को अदालत में पेश किया गया था। पुलिस ने उनकी रिमांड अवधि बढ़ाने की भी मांग की थी पर अदालत ने उसकी मांग खारिज करते हुए तीनों आरोपी महिलाओं को 4 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया था। उन्हें महिला जेल में रखा गया है।
यह है मामला।
इंदौर नगर निगम के सिटी इंजीनियर हरभजन सिंह ने पुलिस को आवेदन देकर शिकायत की थी कि भोपाल निवासी आरती दयाल व मोनिका यादव उन्हें ब्लैकमेल कर 3 करोड़ रुपए की मांग कर रही हैं। नहीं देने पर उनका कथित अंतरंग वीडियो वायरल करने की धमकी दे रही है। इसपर जांच के बाद पुलिस ने जाल बिछाते हुए 50 लाख रुपए की पहली किश्त देने के बहाने आरती व मोनिका को इंदौर बुलाया और उन्हें अपनी गिरफ्त में लिया। जिस क्रेटा कार में दोनों आई थी उसे जब्त कर उसके चालक ओमप्रकाश को भी गिरफ्तार कर लिया। आरती और मोनिका से पूछताछ में श्वेता पति विजय जैन, श्वेता पति स्वप्निल जैन और बरखा पति अमित सोनी के नाम निवासी भोपाल के नाम सामने आए। उन्हें हिरासत में लेकर इंदौर लाने के बाद सघन पूछताछ की गई तो सत्ता और सियासत के गलियारों में गहरे तक पैठ रखनेवाले हाई प्रोफाइल हनी ट्रैप गिरोह का खुलासा हो गया।