इंदौर : शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण अभिनीत फिल्म पठान के विरोध में कई दिनों से सोशल मीडिया पर अभियान चलाया जा रहा था। बुधवार 25 जनवरी को यह फिल्म देश, प्रदेश के साथ इंदौर के सिनेमाघरों में भी रिलीज की गई। इसका विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जोरदार विरोध किया।हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता सुबह कई सिनेमाघरों में पहुंचे और फिल्म का प्रदर्शन रुकवा दिया।
सपना – संगीता में सुबह का शो निरस्त।
सपना – संगीता सिनेमाघर पहुंचे हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता टॉकीज में घुस गए और दर्शकों को बाहर निकालकर फिल्म पठान का प्रदर्शन रुकवा दिया। इसके चलते सिनेमाघर संचालक को सुबह 9 बजे का शो निरस्त करना पड़ा।
दर्शकों को सहना पड़ा नुकसान।
फिल्म पठान का शो कैंसल होने से टिकट खरीदने वाले दर्शकों को नुकसान सहना पड़ा। वे न तो फिल्म देख पाए और न ही उन्हें टिकट के पैसे वापस मिले।
पुलिस ने नहीं किया हस्तक्षेप।
फिल्म पठान के विरोध के चलते शहर के तमाम सिनेमाघरों में पुलिस फोर्स तैनात किया गया था। सपना – संगीता रोड पर भी बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात थे, बावजूद इसके हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने फिल्म को चलने नहीं दिया। दर्शकों को थिएटर से बाहर निकालने के बाद प्रदर्शनकारी कार्यकर्ता टॉकीज परिसर में ही मजमा लगाकर बैठ गए और नारेबाजी की। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को रोकने या वहां हटाने का कोई प्रयास नहीं किया। वह केवल मूकदर्शक बनकर देखती रही।
एयरपोर्ट रोड स्थित सिनेमाघर में पोस्टर फाड़े।
उधर एयरपोर्ट रोड स्थित एक सिनेमाघर में हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने फिल्म पठान का विरोध करते हुए फिल्म के पोस्टर फाड़ दिए। विरोध के चलते फिल्म का प्रदर्शन रोकना पड़ा। अन्य सिनेमाघरों पर भी प्रदर्शन कर पठान फिल्म का विरोध किया गया। हालांकि मॉल्स में स्थित आइनॉक्स और पीवीआर में पठान के शो चलते रहे।
इस तरह की फिल्मों का करते रहेंगे विरोध।
विहिप, बजरंग दल के तनु शर्मा, प्रवीण दरेकर और गन्नी चौकसे ने बताया कि फिल्म पठान में एक अमर्यादित गाने में भगवा रंग का इस्तेमाल कर हिंदुओं की भावनाओं का अपमान किया गया था। फिल्म से उसे भले ही हटा लिया गया हो पर यह एक सोची समझी साजिश थी। हिंदू धर्म और संस्कृति को अपमानित करने वाली ऐसी किसी भी फिल्म या अन्य गतिविधि का वे आगे भी विरोध करते रहेंगे।