इंदौर : निगमकर्मियों की अमानवीय हरकतों से उपजे आक्रोश को शांत करने की कवायद के बीच प्रशासन ने शहर के अधिकांश हिस्से को पूरीतरह खोलने का ऐलान कर दिया है।
सोमवार से शनिवार तक पूरी तरह खुले रहेंगे बाजार।
सब्जी, फल व अन्य सामान ठेले पर बेचने वाले छोटे व्यापारियों पर कोरोना की रोकथाम की आड़ में निगमकर्मियों की सख्ती के साथ जब्ती, वसूली और चालानी कार्रवाई से पहले ही असन्तोष बढ़ रहा था, ऐसे में पीपल्याहाना क्षेत्र में बालक के अंडे के ठेले को पलटने की घटना ने आग में घी डालने का काम किया। उधर दुकानदार भी ऐन त्योहारों के मौके पर लेफ्ट- राइट के चक्कर में चक्कर घिन्नी हो रहे हैं। विपक्षी दलों द्वारा इन मुद्दों को लपक लेने से घबराए सत्तारूढ़ दल के जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन की घेराबंदी की। नतीजा ये हुआ कि शुक्रवार को ताबड़तोड़ आपदा प्रबंधन समूह की बैठक बुलाई गई। बैठक में बीजेपी विधायक महेंद्र हार्डिया, मालिनी गौड़, रमेश मेंदोला, नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता, मधु वर्मा और अन्य सदस्यों ने भाग लिया। प्रशासन की ओर से कलेक्टर मनीष सिंह, डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्रा और निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने शिरकत की।
बैठक में जनप्रतिनिधियों ने कोरोना की रोकथाम के नाम पर की जा रही बेवजह की सख्ती और निगमकर्मियों द्वारा की जा रही अमानवीय हरकतों पर कडा ऐतराज जताया। वहीं बाजार पूरी तरह खोलने पर जोर दिया।
व्यापक विचार विमर्श और हालात की समीक्षा के बाद बैठक में निर्णय लिया गया कि शहर के आसपास लगे 29 गांव और ज़ोन 2 में आनेवाले शहर के अधिकांश हिस्से को सोमवार से पूरीतरह खोल दिया जाएगा। इसमें लेफ्ट- राइट का बंधन भी नहीं रहेगा। व्यापारी सुबह 8 से रात 8 बजे तक अपनी दुकानें खोलकर कारोबार कर सकेंगे। हालांकि उन्हें मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन ग्राहकों से करवाना अनिवार्य होगा। कलेक्टर मनीष सिंह ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि जोन एक में फिलहाल लेफ्ट- राइट का नियम लागू रहेगा। वहां पूरी छूट नहीं दी जाएगी। बैठक में ठेला व सामान जब्ती जैसी कार्रवाई निगमकर्मियों द्वारा की जाने पर रोक लगाने की जानकारी भी निगमायुक्त ने दी।