उज्जैन : महाकाल की नगरी उज्जैन ने महाशिवरात्रि पर इतिहास रचते हुए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा दिया। दरअसल, ‘शिव ज्योति अर्पणम महोत्सव’ के तहत महाशिवरात्रि के मौके पर उज्जैन में 11 लाख से अधिक दीए रोशन किए गए। सीएम शिवराज ने भी इस दीप महोत्सव में अपनी भागीदारी जताई। पूरा उज्जैन दीपों की रोशनी से जगमगा उठा था।
दिवाली जैसा दिखा नजारा।
शिप्रा किनारे शिव ज्योति अर्पणम महोत्सव की शुरुआत सीएम शिवराज ने पत्नी साधना सिंह के साथ 11 दीप प्रज्ज्वलित कर की। इसी के साथ सायरन बजा और महोत्सव में भागीदारी जता रहे तमाम लोगों ने दीपक रोशन करना शुरू कर दिए। रामघाट से लेकर भूखी माता घाट तक मौजूद हजारों लोगों ने देखते ही देखते लाखों दीए प्रज्ज्वलित कर दिए। शिप्रा का समूचा घाट क्षेत्र दीयों की रोशनी से जगमगा उठा। इसी के साथ रंगबिरंगी आतिशबाजी ने आसमान में भी सतरंगी छटा बिखेर दी। ऐसा लग रहा था जैसे महाशिवरात्रि पर ही उज्जैन में दिवाली मन रही हो। सीएम शिवराज ने पत्नी साधना सिंह और उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव के शिप्रा में नौका विहार कर इस अलौकिक नजारे को देखा और उसका लुत्फ उठाया।
11 लाख 71 हजार दीए रोशन।
शिव ज्योति महोत्सव में प्रज्ज्वलित दीपों की गणना और निगरानी के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की 5 सदस्यीय टीम मौजूद रही। समूचे महोत्सव की निगरानी ड्रोन से की गई। शिप्रा तट के साथ उज्जैन के घरों, दुकानों और देवालयों में भी दीप रोशन किए गए। कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि कुल 11 लाख 71 हजार दीप रोशन कर उज्जैन ने अपना नाम गिनीज बुक में दर्ज करवा लिया है। गिनीज बुक की ओर से इस आशय का प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया है। बता दें कि उज्जैन जिला प्रशासन ने 21लाख दीए प्रज्ज्वलित करने का लक्ष्य रखा था। हालांकि उस लक्ष्य तक तो वो नहीं पहुंच पाए पर बावजूद इसके 11 लाख 71 दीपों के साथ गिनीज बुक में उज्जैन का नाम दर्ज कराने में सफल रहे।