N- 95 मास्क उपलब्ध करवाने का झांसा देकर ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश,सरगना सहित 4 आरोपी गिरफ्तार

  
Last Updated:  February 26, 2021 " 04:49 am"

इंदौर : लॉकडाउन में N-95 मास्क उपलब्ध कराने के नाम पर इंदौर, पुणे, मुंबई आदि शहरों के व्यापारियों से ऑनलाइन लाखों रुपए ठगने वाले गिरोह का क्राइम ब्रांच इंदौर ने खुलासा किया है।
गिरोह के चार आरोपी सदस्य गिरफ्तार कर लिए गए हैं। गिरोह का सरगना 24×कैफे का संचालक बताया गया है। वह अपने यहां काम करने वाले वेटर के बैंक खाते का कमीशन पर ठगी के लिये प्रयोग करता था।
उसने परिचितों से 500 रूपये प्रति नग के हिसाब से मोबाइल सिम कार्ड खरीदे थे। जबलपुर की कंपनी के नाम का दुरूपयोग करने के साथ वह लोगों को झांसे में लेकर ठग रहा था।
लोगों को गुमराह करने के लिये गूगल प्ले स्टोर से voice converter application डाउनलोड कर खुद लड़की की आवाज में बातें करता था।
google just dail पर सर्च कर गिरोह के सरगना ने कई शहरों के व्यापारियों के नम्बर हासिल किए। उन्हें झांसे में लेकर मास्क उपलब्ध कराने का वादा किया और उनसे अपने खातों में लाखों जमा करवा लिए।

ये था पूरा मामला।

दरअसल, आवेदक शुभम बोहरा पिता मनीष बोहरा निवासी 65 हुकुमचंद मार्ग थाना मल्हारगंज ने लिखित शिकायती आवेदन पत्र एसपी मुख्यालय के समक्ष प्रस्तुत किया था। शिकायत आवेदन पत्र में कहा गया था कि उसे कोरोना काल में वर्ष 2020 में मास्क की जरूरत थी। अज्ञात व्यक्ति ने उससे मोबाइल फोन पर संपर्क कर, स्वयं को जानकी नगर रोड सर्वादय नगर जबलपुर स्थित योगेन्द्र हर्बल्स नामक संस्थान से बात करना बताया तथा कहा कि वह मास्क उपलब्ध करा सकता है जिसके लिये आवेदक ने व्हाट्सऐप पर मास्क के साइज व गुणवत्ता देखी। दोनों के मध्य परस्पर 69 हजार रूपये में मास्क का सौदा तय हुआ जिसके चलते आवेदक को मुहैया कराये गए खाते में आवेदक द्वारा मास्क खरीदी हेतु 69 हजार रूपये की राशि जमा कर दी गई। बाद ना तो आवेदक को मास्क मिले और ना ही बार बार संपर्क करने पर उस व्यक्ति द्वारा आवेदक की धनराशि लौटाई गई अतः आवेदक ने पुलिस अधीक्षक मुख्यालय कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई। इसकी जांच क्राइम ब्रांच इंदौर द्वारा की गई।जांच में पाया कि जिसके नाम से पंजीकृत मोबइल सिम से फोन कॉल पर बातचीत की गई थी वो सुनील सैनी पिता कन्हैयालाल सैनी निवासी 45 बी एमआर 9 देवकी नगर इंदौर हाल मुकाम कर्बला कुआँ के पास खजराना इंदौर और बैंक खाता धारक जिसके खाते में 69 हजार रूपये राशि जमा कराई गई थी उसका नाम नाम मोहित दुबे पिता रमाशंकर दुबे निवासी 7 ए ई विजयनगर स्कीम नम्बर 54 इंदौर स्थाई निवासी ग्राम टीला बुजुर्ग जिला सागर मप्र हैं।उनके द्वारा आवेदक शुभम बोहरा को मास्क उपलब्ध कराने के नाम पर संगनमत होकर 69 हजार की छलपूर्वक धोखाधड़ी कारित की गई। उपरोक्त घटनाक्रम के परिपेक्ष्य में थाना क्राइम ब्रांच इंदौर में अपराध क्रमांक 12/21 धारा 420, 406, 34 भादवि का मामला पंजीबद्ध किया जाकर विवेचना में लिया गया। उपरोक्त मामले में आरंभिक तौर पर ज्ञात आरोपी मोहित दुबे तथा सुनील सैनी को क्राइम ब्रांच की टीम ने तलाश कर गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी सुनील सैनी ने बताया कि उसका दोस्त जिसका नाम सुमित सालुंके निवासी खजराना है, ने 500 रूपये प्रति सिम के हिसाब से पैसा लेकर, स्वयं के आधार कार्ड पर 05 सिम उपलब्ध कराई थी।उनका उपयोग सुमित सांलुके एवं उसके परिचित हिमांशु पिता सुरेश पटेल द्वारा कई वर्षों से किया जा रहा है।
अतः आरोपी सुनील के कथनों से पुलिस टीम को यह पता लगा कि मामले में धोखाधड़ी कारित करने वाले अन्य लोग हिमांशु व सुमित हैं जिनके द्वारा सुनील सैनी के सिम कार्ड व मोहित दुबे के खाते का दुरूपयोग कर लोगों को छलपूर्वक ठगी का शिकार बनाया जा रहा है।
इसके बाद मोहित दुबे से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह पूर्व में विजयनगर में 24 ×कैफे पर वेटर की नौकरी करता था जिसका मालिक हिमांशु पटेल था हिमांशु पटेल ने मोहित दुबे से ऑनलाइन मासिक वेतन जमा कराने के लिये महिन्द्रा कोटक बैंक में ऑनलाइन खाता खुलवाने के लिये दस्तावेजों की मांग की थी और मोहित दुबे के नाम से ऑनलाइन खाता खोल लिया था। उस खाते का नम्बर व समस्त जानकारी हिमांशु पटेल को थी जोकि वेतन जमा करने के साथ ही कई जगहों के पेमेण्ट मोहित दुबे के खाते में जमा कराता था बाद में मोहित दुबे से पैसे निकलवा कर खुद ले लेता था।जब मोहित को पता चला कि यह पैसा अवैध तरीके से उसके खाते में आ रहा है तब वह हिमांशु पटेल से खाते का दुरूपयोग करने के बदले में ठगी से प्राप्त रूपयों में से कुछ राशि लेने लगा। अतः उपरोक्त मामले में सुमित सालुंके उर्फ बल्लू पिता रामदाय उम्र 25 वर्ष निवासी 20/02 विश्वनाथ धाम एमआर 09 खजराना इंदौर, हिमांशु पिता सुरेश पटेल उम्र 24 वर्ष निवासी 137 श्याम नगर सुखलिया इंदौर को भी आरोपी बना कर उन्हें गिरफ्तार किया गया।
आरोपी हिमांशु असल सरगना है, जिसने सर्वप्रथम अपने परिचितों के नाम की कई सिम कार्ड 500 रूपये प्रति सिम के हिसाब से प्राप्त कीं व अपने यहां कैफे 24 नक्षत्र गार्डन के पास इंदौर में काम करने वाले वेटर के नाम से खाता खुलावाकर उसकी जानकारी ली। उसके बाद शातिर आरोपी ने गूगल से एम-95 मास्क के कुछ फोटो डाउनलोड किये तथा google just dail पर सर्च कर कपड़ा, मेडिकल तथा मास्क की दुकान वाले व्यवसायियों के नम्बर हासिल किये। उन्हें फोन कॉल कर एन-95 मास्क उपलब्ध कराने का कहकर आर्डर बुक किये व इंदौर, मुंबई, पुणे सहित कई शहरों के व्यापारियों से ऑनलाइन पैसे अपने यहां काम करने वाले वेटर के खाते में जमा करवाए। बाद ना किसी को मास्क की डिलीवरी पहुंचाई ना किसी के पैसे वापस किये। जब डिलीवरी ना मिलने पर पैसे वापस मांगने हेतु लोगों द्वारा फोन किया गया तो आरोपी ने बड़ी ही चतुराई से गूगल प्ले स्टोर से voice converter application डाउनलोड किया तथा खुद उस एप्प के जरिये लड़की की आवाज में लोगों जबाब देना शुरू किया कि वह कंपनी की मैनेजर बात कर रही है ट्रांसपोर्ट की समस्या के चलते माल नहीं भेजा जा सका जोकि शीघ्र ही उपलब्ध करा दिया जाएगा। इस प्रकार कई दिनों तक लोगों को गुमराह कर आरोपी ने पैसे ठग लिये।
आरोपी सुनील कार ड्राइवर है जबकि आरोपी मोहित चॉकलेट बनाने वाली कंपनी में काम करता है आरोपी सुमित बी कॉम पास है जोकि स्टाम्प पेपर बनाने का कार्य नंदा नगर इंदौर में करता है व आरोपी हिमांशु कैफे संचालक है। आरोपियों से विस्तृत पूछताछ जारी है।

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