इंदौर : मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध उद्योगपति तथा प्रेस्टीज औद्योगिक एवं शिक्षण समूह के संस्थापक डॉ नेमनाथ जैन को ट्रेड एवं इंडस्ट्री में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा गया। नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में आयोजित गरिमामय समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने नेमनाथ जैन को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया। ट्रेड एवं इंडस्ट्री के क्षेत्र में इस वर्ष मध्यप्रदेश से पद्मश्री से सम्मानित होने वाले डॉ नेमनाथ जैन अकेले व्यक्ति हैं।
यह सम्मान मप्र व इंदौर के लोगों का है।
पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए डॉ नेमनाथ जैन ने इंदौर एवं मध्य प्रदेश के नागरिकों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह सम्मान इंदौर एवं मध्य प्रदेश के लोगों का सम्मान है। यह सम्मान उन समस्त लोगों का भी है, जो उनकी नौ दशकों की इस दीर्घ जीवन यात्रा के सहभागी बने और मध्यप्रदेश को उद्योग एवं व्यापार के क्षेत्र में उत्तरोत्तर प्रगति दिलाने में उनका साथ दिया।
सोया उत्पादों के निर्माण में की अग्रणी कम्पनी की स्थापना।
अविभाजित भारत और वर्तमान में पाकिस्तान के रावलपिंडी शहर में 17 सितंबर 1931 को जन्मे डॉ. नेमनाथ जैन विभाजन के बाद 16 साल की उम्र में इंदौर आकर बस गए। यहाँ मिल में नौकरी करते हुए एसजीएसआईटीएस से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। डॉ नेमनाथ जैन ने कुछ समय तक नौकरी की। इसके बाद उन्होंने प्रेस्टीज औद्योगिक समूह की स्थापना की जो आगे चल कर सोयाबीन प्रसंस्करण एवं सोया उत्पादों के निर्माण में देश एवं मध्य भारत की सबसे प्रतिष्ठित कंपनियों में शुमार हो गई।
1994 में की पीआईएमआर की स्थापना।
आधुनिकतम प्रबंध शिक्षा को जन जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से डॉ. नेमनाथ जैन ने 1994 में प्रेस्टीज इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड रिसर्च की स्थापना की, जो वर्तमान में देश की अग्रणी बिज़नेस स्कूलों में शुमार है। मध्य प्रदेश को सोयाबीन के क्षेत्र में वैश्विक पहचान देने में डॉ जैन ने अग्रणी भूमिका निभाई। उन्हीं के प्रयासों के कारण आज मध्य प्रदेश सोया राज्य के नाम से जाना जाता है।
कई पुरस्कारों से सम्मानित हो चुके हैं डॉ. जैन।
अपनी नौ दशकों की यात्रा में कृषि, सोयाबीन, शिक्षा एवं समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए डॉ. जैन को कई राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। इन पुरस्कारों में लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड 1983, उद्योग मित्र पुरस्कार, उद्योग विभूषण पुरस्कार आदि शामिल हैं।