प्रदीप जोशी
इंदौर : जीएसटी की बढ़ी हुई दर और ई-वे बिल के नए प्रारूप पर कपड़ा व्यापारियों की त्योरियां चढ़ी हुई है। इस सिलसिले में मप्र वस्त्र व्यापारी महासंघ व एमटी क्लॉथ मार्केट एसोसिएशन की बैठक आहूत की गई। बैठक में इंदौर सहित मप्र के कई कपड़ा व्यापारी शामिल हुए। आक्रोशित व्यापारियों ने केंद्र सरकार और भाजपा को सीधे चुनौती देते हुए कहा कि अब तक व्यापारी साथ थे, अगर व्यापार चौपट करने की चेष्टा की तो इसका खामियाजा भाजपा भुगतने को तैयार रहे। सभी ने एक स्वर में 5 फीसदी जीएसटी को 12 फीसदी करने तथा ई-वे बिल का पुरजोर विरोध किया। यह लड़ाई सीधे केंद्र से है। इसलिए इतनी आसान नहीं है। इसके लिए देशभर के कपड़ा व्यापारियों को एकजुट होकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाना होगा। बैठक में मुख्य रूप से बैरागढ़, देवास, उज्जैन, मंदसौर, नीमच, कटनी, सतना, जबलपुर, ग्वालियर, मनासा, खंडवा, बुरहानपुर, रतलाम, खरगोन सहित अन्य शहरों के प्रतिनिधि शामिल थे। बैठक में शामिल व्यापारियों ने विरोध स्वरूप काली पट्टी बांध रखी थी।
छोटे व्यापारियों का कारोबार हो जाएगा चौपट
मध्य प्रदेश थोक वस्त्र व्यापारी संघ के अध्यक्ष हंसराज जैन ने कहा कि इन नए नियमों से छोटे व्यापारियों का व्यापार चौपट हो जाएगा पूरे मध्यप्रदेश के व्यापारियों को एक साथ एकजुट होकर इसका विरोध करना चाहिए । सरकार को पुन: विचार करके जीएसटी में की गई बढ़ोतरी को वापस लेना चाहिए। बैठक में गिरधर गोपाल नगर, भानु कुमार जैन मनोज नेमा, निर्मल सेठी, गिरीश काबरा, चंद्रप्रकाश गंगवाल, एसोसिएशन के मंत्री कैलाश मूंगड़, जीएसटी संघर्ष समिति के संयोजक रजनीश चौरडिया व प्रचार संयोजक अरुण बाकलीवाल सहित नीमच, देवास, मंदसौर, बुरहानपुर, ग्वालियर, जबलपुर, मनासा, उज्जैन, गंजबासौदा, सतना, खरगौन, बैरागढ़, नागदा, सिरोंज सहित अनेक स्थानों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
भाजपा को वोट नहीं देने का प्रस्ताव
बैठक में तय हुआ कि कपड़ा व्यापारी सभी सांसदों को अपने पक्ष में करके जीएसटी कौंसिल पर दबाव बनाएं। नीमच के दिनेश दोषी ने कहा कि व्यापारी डरपोक नहीं है। हमें सरकार के खिलाफ आंदोलन करना पड़ा तो हम पीछे नहीं हटेंगे। प्रतिनिधियों में भाजपा के रवैये को लेकर खासी नाराजी थी। उनका कहना था कि हर स्थिति में व्यापारी भाजपा का साथ देते रहे हैं। अगर व्यापार चौपट करने जैसे नियम बनाए जाएंगे तो उसे सहन नहीं किया जाएंगा। इस बीच भाजपा को वोट नहीं देने का प्रस्ताव भी बैठक में रखा गया, जिसका सभी ने हाथ खड़े कर समर्थन किया। निर्णय हुआ कि पूरे प्रदेश में एक साथ एक समय पर चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया जाएगा।
दिल्ली से फोन पर सांसद ने दिया आश्वासन
बैठक के बीच ही इंदौर के सांसद शंकर लालवानी ने दिल्ली से फोन पर जानकारी दी कि मेरे साथ प्रदेश के अनेक सांसदों ने जीएसटी कम करने की मांग रखी है। सांसद ने स्पीकर पर ही व्यापारियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि सरकार व्यापारियों का अहित नहीं होने देगी।
आज थाली और हैंगर बजा कर करेंगे विरोध
जीएसटी और ई-वे बिल के विरोध में बुधवार को इंदौर रिटेल गारमेंट एसोसिएशन ने प्रदर्शन का ऐलान किया है। दोपहर 12 बजे व्यापारी अपने प्रतिष्ठान बंद कर सड़क पर उतरेंगे। थाली और हैंगर बजा कर केंद्र सरकार का विरोध किया जाएगा।