इंदौर : सौ वर्ष से भी अधिक पुरानी मराठी भाषियों की साहित्यिक संस्था महाराष्ट्र साहित्य सभा के 60 वे शारदोत्सव के तहत आयोजित 3 दिवसीय नाटय उत्सव के दूसरे दिन माई मंगेशकर सभागृह में मराठी नाटक व एकांकी का मंचन किया गया।कार्यक्रम में अतिथि के बतौर उस्ताद अलाउद्दीन खां कला एवं साहित्य अकादमी ,भोपाल के निदेशक जयंत भिसे,मराठी साहित्य अकादमी, भोपाल के निदेशक उदय परांजपे एवं मध्य प्रदेश मराठी अकादमी, इंदौर के अध्यक्ष मधुकर निर्खीवाले मौजूद रहे। इस मौके पर वरिष्ठ नाटय कर्मी श्रीराम जोग को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के संयोजक मिलिंद देशपांडे ने बताया कि श्रीराम जोग ने पिछले दिनों महाराष्ट्र के औरंगाबाद में नाटक मार्कोसिस की प्रस्तुति दी थी जिसमें उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के पुरस्कार से नवाजा गया था। इस नाटक को स्पर्धा में तीसरा स्थान मिला। इसका मंचन नाटय भारती ने किया था।
तीन एकांकी नाटकों का मंचन।
सम्मान समारोह के बाद नाटककार धर्मवीर भारती के लिखे एकांकी नाटक के मराठी रूपांतरण की प्रस्तुति दी गई। इसे नाट्य भारती के कलाकारों ने श्रीराम जोग के निर्देशन में प्रस्तुत किया। यह एकाकी नाटक पत्रकार और पूंजीपतियों के द्वंद पर आधारित था ,जिसमे एक पत्रकार के संघर्ष को बखूबी प्रदिशित किया गया था। इस नाटक में पूंजीपति का किरदार दिलीप लोकरे ने और पत्रकार का किरदार स्वयं श्रीराम जोग ने निभाया।
दूसरा नाटक ‘पेजेस फ्रॉम हिस्ट्री’ था,जो भारत छोड़ो आंदोलन से लेकर आजादी तक के काल खंड में घटी घटनाओं पर केंद्रित था। इसका निर्देशन मनोज पेमगिरिकर ने किया। तीसरा नाटक अविरत नाटय समूह की और से खेला गया। यह नाटक एक लड़की पर केंद्रित था जिसने किसी की हत्या की है और वह ट्रामा में चली गई। उसे सामान्य स्थिति में लाने के लिए पुलिस एक अभिनेता की मदद लेती है, जिससे उस लड़की पर हुए अत्याचार की कहानी का पर्दाफाश होता है।
इस अवसर पर अतिथि स्वागत प्रफुल कस्तूरे अश्विन खरे,अर्चना चितले, संजय तराणेकर, रंजना ठाकुर, अरविंद जवलेकर, मिलिंद देशपांडे और,अनिल मोड़क ने किया।