लाड़ली लक्ष्मी योजना के क्रियान्वयन में प्रदेश में इंदौर नंबर वन।
कुल 1 लाख 81 हजार लाडली लक्ष्मीयों को मिल रहा है योजना का लाभ।
सेवा पखवाड़े के अंतर्गत लाडली लक्ष्मी सम्मेलन का हुआ आयोजन।
इंदौर : “‘यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः इसी विचार को पल्लवित एवं पुष्पित करके समाज के अंदर स्थापित करने का संकल्प मध्यप्रदेश शासन ने लिया है। उसी संकल्प से उपजा है लाड़ली लक्ष्मी योजना का प्रकल्प। हर जगह नारी का स्थान सम्मान के साथ ऊंचा होता जाए इसी उद्देश्य के साथ राज्य शासन कार्य कर रहा है।”
यह बात शुक्रवार को गृहमंत्री एवं इंदौर जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने सेवा पखवाड़े के तहत इंदौर के लाभ मंडपम में आयोजित किए गए लाडली लक्ष्मी सम्मेलन के दौरान कही। मंत्री डॉ. मिश्रा कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुए।
कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, विधायक द्वय महेंद्र हार्डिया और रमेश मेंदोला, आईडीए अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, सुदर्शन गुप्ता, मधु वर्मा, कलेक्टर मनीष सिंह, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मनीष कपूरिया, नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल, अपर कलेक्टर द्वय अभय बेडेकर एवं अजय देव शर्मा, महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारी रामनिवास बुधौलिया सहित लाड़ली लक्ष्मी योजना की हितग्राही बालिकाएं एवं उनके अभिभावकगण उपस्थित रहे।
सम्मेलन में उत्कृष्ट कार्य करने वाली लाडली लक्ष्मीयों एवं एकल बेटी परिवारों को सम्मानित किया गया। साथ ही लाडली लक्ष्मी बेटियों के स्वास्थ्य के परीक्षण के लिए शिविर का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी गई जिसमें योगा का अद्भुत प्रदर्शन करने वाली बेटी को प्रभारी मंत्री डॉ. मिश्रा द्वारा 11 हजार रुपए का नगद पुरस्कार दिया गया।
जनसेवा अभियान के माध्यम से आखिरी व्यक्ति तक पहुंचेगा शासन की योजनाओं का लाभ।
मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में शुरू की गई प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान योजना, फसल बीमा योजना आदि के माध्यम से व्यक्ति की आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति में बेहतर बदलाव आया है। इसी तरह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा शुरू की गई लाड़ली लक्ष्मी योजना, कन्यादान योजना, मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना, संबल योजना ने यह सुनिश्चित किया है कि समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति का उदय हो। इसी क्रम में मुख्यमंत्री चौहान द्वारा शुरू किया गया मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान गरीब के उत्थान का संकल्प लेकर शुरू किया गया है। इसके माध्यम से प्रदेश के आखिरी व्यक्ति तक केंद्र एवं राज्य शासन की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा रहा है।
लाडली लक्ष्मी योजना से लिंगानुपात में आया सुधार।
मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना, मातृशक्ति की वंदना करने वाली योजना है। इससे हमारी समाज की दिशा और दशा में अविस्मरणीय बदलाव आया है। लाड़ली लक्ष्मी योजना के शुरू होने से पहले प्रदेश का लिंगानुपात बहुत ही दयनीय स्थिति में था। उस समय बेटी का पैदा होना दुर्भाग्य माना जाता था लेकिन लाड़ली लक्ष्मी योजना ने लोगों की विचारधारा बदली और लिंगानुपात में भी सुधार आया। आज बेटी के जन्म को उत्सव की तरह मनाया जाता है। इसी तरह की नवाचार भरी योजनाओं से देश एवं प्रदेश के हर व्यक्ति की स्थिति में परिवर्तन आ रहा है।
पूरा देश कर रहा है मध्य प्रदेश लाड़ली लक्ष्मी योजना का अनुसरण – मंत्री सिलावट।
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना के माध्यम से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री चौहान ने देश की हर बेटी को आत्मविश्वास से भर दिया है। ना केवल वे शिक्षित हो रही हैं बल्कि समाज के हर क्षेत्र में पूरे साहस के साथ आगे बढ़ रही हैं। इस योजना की बुनियाद 2007 में रखी गई थी। आज संपूर्ण देश, मध्य प्रदेश की इस कल्याणकारी योजना का अनुसरण कर रहा है। प्रदेश की 43 लाख बालिकाएं इस योजना के माध्यम से लाभान्वित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि इंदौर जब भी कुछ करता है, अद्भुत करता है। ना केवल स्वच्छता के क्षेत्र में बल्कि लाड़ली लक्ष्मी योजना में भी मध्य प्रदेश में इंदौर नंबर वन है। मंत्री सिलावट ने कहा कि मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के तहत केंद्र एवं राज्य शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ जन-जन तक पहुंचे यह दायित्व हम सभी का है। इस अभियान के माध्यम से हर व्यक्ति तक केंद्र एवं मध्यप्रदेश शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाया जाएगा यह संकल्प हम सभी ने लिया है।
कार्यक्रम में जानकारी दी गई कि प्रदेश भर में संचालित की जा रही लाडली लक्ष्मी योजना के तहत सबसे ज्यादा लाडली लक्ष्मीयों को लाभान्वित करने वाला जिला इंदौर है। इंदौर में कुल 1 लाख 81 हजार लाडली लक्ष्मीयों को इस योजना का लाभ प्राप्त हो रहा है। प्रदेश भर में लगभग 43 लाख बालिकाएं इस योजना से जुड़ी हुई हैं। प्रदेश में बालिका जन्म के प्रति जनता में सकारात्मक सोच, लिंगानुपात में सुधार, बालिकाओं के शैक्षणिक स्तर तथा स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार, उनके अच्छे भविष्य की आधारशिला रखने एवं बालिकाओं के सर्वागीण विकास को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश सरकार द्वारा लाडली लक्ष्मी योजना 01 अप्रैल 2007 से प्रारम्भ की गई थी।