वरिष्ठ कला शिक्षिका शुभा वैद्य ने भी वर्षा के काम को सराहा।
इंदौर : युवा रंगोली कलाकार वर्षा सिरसिया द्वारा गांधी हॉल परिसर में बनाई गई छह हजार स्क्वेयर फीट से बड़ी रंगोली को देखने बड़ी संख्या में शहर के क्लाप्रेमी पहुंच रहे हैं। हर कोई वर्षा के हुनर, मेहनत और काम के प्रति समर्पण की दाद दे रहा है। एक बुजुर्ग कलाप्रेमी तो महू से वर्षा की भव्य रंगोली को देखने आए। उन्होंने न सिर्फ वर्षा के कला कौशल की सराहना की, बल्कि उसका हौसला भी बढ़ाया।
वरिष्ठ कला शिक्षिका शुभा वैद्य ने वर्षा को दिया आशीर्वाद।
शहर की जानी – मानी कलाकार और वरिष्ठ कला शिक्षिका शुभा वैद्य भी बुधवार को गांधी हॉल परिसर पहुंची। उन्होंने इतनी भव्य और खूबसूरत रंगोली की रचना करने के लिए वर्षा की पीठ थपथपाई और उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। शुभा वैद्य ने अपने आशीर्वाद से भी वर्षा को नवाजा और उसके साथ फोटो खिंचवाई।
लोक कलाओं को दिया है रंगोली में स्थान।
वर्षा सिरसिया ने 6075 स्क्वेयर फीट की इस रंगोली में मधुबनी, गौंड, वरली और राजस्थानी लोक कलाओं को स्थान दिया है। इस रंगोली को बनाने में उन्हें चार दिन लगे। 1760 किलोग्राम रंगोली व रंगों का इस्तेमाल रंगोली को बनाने में हुआ है। संस्था वर्ल्ड रिकॉर्ड्स कम्युनिटी ने वर्षा की इस रंगोली को लोक कलाओं पर आधारित विश्व की सबसे बड़ी रंगोली के बतौर मान्य करते हुए उन्हें इस आशय का सर्टिफिकेट भी प्रदान किया है।
प्रवासी भारतीय सम्मेलन को समर्पित है रंगोली।
वर्षा ने लोक कलाओं पर आधारित इस भव्य रंगोली को आगामी जनवरी माह में होने वाले प्रवासी भारतीय सम्मेलन को समर्पित किया है।
स्टेट प्रेस क्लब करेगा पूरी मदद।
स्टेट प्रेस क्लब के अध्यक्ष प्रवीण खारीवाल ने बताया कि वर्षा ने जिस जुनून और मेहनत के साथ इतनी विशालकाय रंगोली का निर्माण किया है, उसकी जितनी भी तारीफ की जाए कम है। स्टेट प्रेस क्लब की ओर से वर्षा के हुनर को प्रोत्साहित करने का वे हरसंभव प्रयास करेंगे।
23 दिसंबर तक दर्शक देख सकेंगे रंगोली।
वर्षा की इस भव्यतम रंगोली का कलाप्रेमी और आम नागरिक 23 दिसंबर तक अवलोकन कर सकेंगे।