शहर काजी सहित अन्य धर्मों के संत महात्माओं ने उपस्थित रहकर दिया एकता व भाईचारे का संदेश।
इंदौर : रमज़ान के पवित्र माह में तरावीह की विशेष नमाज़ में बगैर देखे पूरी क़ुरआन सुनाने वाले हाफिजों,मस्जिद के पेश इमामों और अज़ान देने वाले मोअज्जिमों को सर्वधर्म संघ द्वारा नज़राना देकर दस्तारबंदी की गयी। सम्मानित होने वालों में हाफ़िज़ मो नदीम फात्मा मस्जिद, हाफ़िज़ फ़ज़ल अहमद राज़्वी हरसिद्धि मस्जिद, हाफ़िज़ ज़मीर साहब जेल रोड मस्जिद, हाफ़िज़ हसन साहब कबूतरखना मस्जिद शामिल थे। प्रिंस यशवंत रोड़ स्थित सर्वधर्म संघ के कार्यालय पर आयोजित इस सम्मान समारोह में शहर क़ाज़ी डॉक्टर इशरत अली, स्वामी अरुण आनंद महाराज, गुरुदेव स्वामी वर्धानन्द गिरी महाराज, और सरधर्म संघ के अध्यक्ष मंज़ूर बेग के हाथों मस्जिद के इमाम को तोहफे और नगद नज़राना पेश कर इस्तक़बाल किया गया।
इस अवसर पर शहर काजी डॉक्टर इशरत अली ने कहा कि हिन्दू-मुस्लिम एकता से ही मुल्क की खूबसूरती है। उन्हीने कहा इस तरह के आयोजन से समाज में भाईचारा बढ़ेगा।
कार्यक्रम के आयोजक मंज़ूर बेग ने बताया कि इस मौके पर देश की खुशहाली,सलामती, अमन व भाईचारे के लिए ख़ास दुआ मांगी गईं।
इस मौके पर सर्वधर्म संघ के उपाध्यक्ष, रियाज़ खान, मुकेश बजाज, याक़ूब खान, पत्रकार सरफराज खान, ज़ाकिर खान, ज़फ़र खान, फेज़ान बैग, समीर बेग, युनुस खान, राजेश चौहान, प्रीतेश जैन, सतीश शर्मा,अकबर क़ाज़ी आदि मौजूद रहे।