इंदौर : मोटिवेशनल स्पीकर और कथा वाचक जया किशोरी ने इंदौर प्रवास के दौरान मीडियाकर्मियों से भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि मुझे राजनीति के बारे में ज्यादा पता नहीं है। इतना जरूर है कि आप धर्म के साथ रहकर काम करें। राजनीति में, धर्म आए ठीक है, लेकिन धर्म में राजनीति नहीं आनी चाहिए।
अगर आप महाभारत देखेंगे तो श्रीकृष्ण ने पूरी महाभारत में केवल राजनीति ही की है। वे चाहते तो खुद लड़ सकते थे। उन्होंने बैठे-बैठे सब काम कर दिया।
राजनीति हो तो कृष्ण जैसी।
जया किशोरी ने कहा कि राजनीति कोई खराब चीज नहीं है, अगर वो भगवान श्रीकृष्ण जैसी की जाए। दुर्योधन ने भी राजनीति की थी। आपको खुद तय करना है कि किस के जैसी राजनीति करना है।
संविधान के दायरे में बनें हिंदू राष्ट्र।
हिंदू राष्ट्र के सवाल जवाब में उन्होंने कहा कि सनातनी होने के नाते निश्चित तौर पर बहुत खुशी होगी। जो भी हो सरकार देखे लेकिन कानून और संविधान के साथ रहकर हो। ऐसा होना हर सनातनी की इच्छा है।
केरला स्टोरी से सबक लें।
केरला स्टोरी फिल्म को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होने कहा कि हमेशा से कई फिल्में बनती आई हैं जो संदेश लेकर आती है। आपकी खुद की समझ होनी चाहिए कि कौन सी चीज मनोरंजन है, किसे देखकर इग्नोर कर देना है। कौन सी जीवन में उतारना है। इतना बुद्धि-विवेक भगवान ने हर व्यक्ति को दिया है और हमें उसी का इस्तेमाल करना है। हां फिल्म मैंने देखी है। अच्छी चीज को आपको ग्रहण करना चाहिए।
आंख पर पट्टी बांधकर विश्वास मत कीजिए।
उन्होंने कहा कि मेरी बात भी आंख बंद करके मत सुनिए। अपना दिमाग लगाइए, चिंतन करिए। मैंने क्या बोला। आपको बात सही लग रही है। उस पर अपना रिसर्च करिए फिर कुछ मानिए। किसी भी बात पर आंख पर पट्टी बांधकर विश्वास मत कीजिए, क्योंकि आपका धर्म आपको ये नहीं सिखाता है। भगवान ने बुद्धि दी है, इस्तेमाल करिए। अंध विश्वास की ओर मत बढ़िए। जब आप धर्म से दूर हो जाते हैं गलत रास्ता अपनाते हैं। करियर, रिलेशनशिप हर चीज में। धर्म सिर्फ पूजा नहीं होता। लाइफ भी होता है। सनातन सिर्फ धर्म नहीं है, वो जीना सिखाता है।