हरियाणा में बीजेपी ने लगाई जीत की हैट्रिक

  
Last Updated:  October 8, 2024 " 09:14 pm"

चंडीगढ़ : तमाम पूर्वानुमान, राजनीतिक पंडितों के दावे और आकलन व नेशनल टीवी चैनलों के एग्जिट पोल्स को झुठलाते हुए बीजेपी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार विजय का परचम लहराते हुए हैट्रिक बनाई है। कांग्रेस का हरियाणा में जलेबी की फैक्ट्री लगाने का सपना भी फुस्स होकर रह गया। बीजेपी ने पिछले विधानसभा चुनाव से भी बेहतर प्रदर्शन करते हुए बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया। हालांकि कांग्रेस को भी पिछले चुनाव के मुकाबले ज्यादा सीटें मिली हैं।कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ी चर्चित महिला पहलवान विनेश फोगाट चुनाव जीत गई हैं। सुबह पहले डॉक मतों की गिनती की गई। शुरुआती दौर में कांग्रेस को 50 से अधिक सीटों पर बढ़त मिलती नजर आ रही थी पर ईवीएम के मतों की गिनती प्रारंभ होने के बाद उलटफेर होने लगा। कांग्रेस की बढ़त कम होती चली गई और बीजेपी की लीड बढ़ने लगी। दोपहर 12 बजे तक तो रुझानों में कांग्रेस को पीछे छोड़ते हुए बीजेपी ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया जो अंत तक कायम रहा। कुल 90 विधानसभा सीटों में से बीजेपी ने 48 सीटें जीतकर इतिहास रच दिया।हरियाणा में ये पहली बार हुआ जब किसी पार्टी ने लगातार तीसरी बार विधानसभा चुनाव जीतकर हैट्रिक लगाई हो। 2019 में हुए विधानसभा चुनाव से भी 08 सीटें इस बार बीजेपी को ज्यादा मिली।हालांकि कांग्रेस की सीटें भी इस बार बढ़ीं लेकिन वह 37 सीटें ही जीत पाई। पिछले चुनाव में कांग्रेस की 31 सीटें थीं।अन्य को 05 सीटें मिली। चौटाला की पार्टी जेजपा और आम आदमी पार्टी का सुपड़ा साफ हो गया। अपनी जबरदस्त जीत की खुशी भी बीजेपी ने जलेबी खिलाकर और बांटकर मनाई। विश्लेषकों का कहना है कि कांग्रेस का अति आत्मविश्वास और अंतर कलह उसे ले डूबा। जिस तरह दलित नेता शैलजा को दरकिनार कर भूपेंद्र सिंह हुड्डा को आगे बढ़ाया गया, उसका दलित समुदाय में विपरीत संदेश गया।इसके अलावा किसानों, जवानों(अग्निवीर का विरोध) और पहलवानों का इस्तेमाल कर सत्ता तक पहुंचने के कांग्रेस के मंसूबे को भी जनता ने नकार दिया। यही नहीं हिंदू समाज को जातिगत खेमों में बांटने की चाल भी कांग्रेस को काम नहीं आई। इसके उलट बीजेपी ने सकारात्मक मुद्दों पर एकजुट होकर चुनाव लडा। इसका नतीजा ये रहा की हरियाणा की जनता ने एक बार फिर बीजेपी पर विश्वास जताया और उसे बंपर जीत दिला दी। जम्मू – कश्मीर में जरूर विकास के एजेंडे को सामने रखकर चुनाव लड़ी बीजेपी को अपेक्षित सफलता नहीं मिली। 90 विधानसभा सीटों वाले जम्मू – कश्मीर में हिंदू बहुल जम्मू क्षेत्र की 43 में से 29 सीटों पर बीजेपी को जीत मिली लेकिन कश्मीर घाटी की मुस्लिम बहुल 47 सीटों में से एक भी सीट उसके हिस्से में नहीं आई। यहां नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन ने अधिकांश सीटें जीती। इस गठबंधन को 90 में से कुल 49 सीटें मिली, बीजेपी को 29, मेहबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी को सिर्फ तीन सीटों पर संतोष करना पड़ा। अन्य को 09 सीटों पर विजय मिली।

Facebook Comments

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *