रसराज महाराज ने किया सुंदरकांड का पाठ।
झुलसाती गर्मी से जनमानस की सुरक्षा की कामना की।
पितृपर्वत पर पितरेश्वर हनुमान की स्थापना के लिए कैलाश विजयवर्गीय को दिया साधुवाद।
इंदौर : पितृ पर्वत स्थित पितरेश्वर हनुमान मंदिर पर आकाश विजयवर्गीय मित्र मंडली ने संगीतमय सुंदरकाण्ड का आयोजन किया। पितरेश्वर हनुमान की आराधना करते हुए किए गए इस सुंदरकाण्ड का मुख्य उद्देश निरंतर बढ़ते तापमान के साथ झुलसती गर्मी से प्रकृति के अभिन्न अंग जीव-जन्तुओं, वृक्षों और जनमानस की सुरक्षा की कामना करना था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रसराज महाराज थे। उन्होंने अपनी सुमधुर, संगीतमय सुंदरकाण्ड की प्रस्तुति से उपस्थित भक्तों का मन मोह लिया।
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को दिया साधुवाद।
इस अवसर पर मीडिया से चर्चा करते हुए रसराज महाराज ने कहा कि पितृ पर्वत पर आकर उन्हे दिव्य अनुभूति की प्राप्ति हुई। हनुमानजी का पर्वतों से नाता रहा है, कदली वन में हनुमानजी रहते हैं। यहां पर साक्षात पितरेश्वर हनुमान विराजे हैं। कैलाश विजयवर्गीय की साधना का फल पितृ पर्वत है क्योंकि उनके मन में इस तीर्थस्थान की स्थापना की बात आई और उन्होंने इसको साकार कर दिया इसके लिए कैलाश विजयवर्गीय साधुवाद के पात्र हैं। उपस्थित हुआ हूं।
कार्यक्रम का शुभारंभ पितरेश्वर हनुमान की आराधना के साथ हुआ। तेज गर्मी के बावजूद कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। अंत में भोजन प्रसादी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर गरिमा विद्या विहार के प्रखर बागोरा की ओर से 1500 सुंदरकांड की प्रतियां वितरित की गई। कार्यक्रम में आकाश विजयवर्गीय, कल्पेश विजयवर्गीय, अशोक चौहान चांदू नेता सहित बड़ी संख्या में भक्त मौजूद थे।