इंदौर : कोरोना के प्रकोप के चलते गरीब और रोज कमाकर खाने वाले लोगों के सामने पेट भरने की समस्या खड़ी हो गई है। हालांकि प्रशासन और नगर निगम के साथ शहर के कई सामाजिक संगठन उनकी मदद को आगे आए हैं। प्रतिदिन हजारों भोजन के पैकेट गरीब बस्तियों और दिहाड़ी मजदूरों को वितरित किये जा रहे हैं। जिससे जो बन पड़े वो मदद करने में तत्परता दिखा रहा है।
न्यायाधीशगण भी कर रहें हैं मानवता की सेवा।
विपदा की इस घड़ी में न्यायपालिका भी गरीबों, वंचितों की मदद करने में पीछे नहीं है। इंदौर के जिला न्यायालय में पदस्थ सभी एडीजे और जेएमएफसी पीड़ित मानवता की सेवा में अहम योगदान दे रहे हैं।
जरूरतमंद लोगों को बांट रहे भोजन के पैकेट।
अपर सत्र न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव मनीष श्रीवास्तव ने बताया की जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुशील कुमार शर्मा के निर्देशन में रोज जिला कोर्ट के न्यायाधीशों की ओर से जरूरतमंद लोगों को 6 सौ भोजन के पैकेट वितरित किये जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री राहत कोष में दिया अंशदान।
अपर सत्र न्यायाधीश (एडीजे) मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना से उत्पन्न परिस्थिति से निपटने के लिए जिला कोर्ट के सभी अपर सत्र न्यायाधीशों (एडीजे) ने 15- 15 और न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी (जेएमएफसी) ने 10-10 हजार रुपए का अंशदान भी प्रधानमंत्री राहत कोष में दिया है।