इंदौर : कोई भी अपराध या कोल्ड ब्लडेड मर्डर फुल प्रूफ नहीं होता। शातिर से शातिर अपराधी भी कोई न कोई गलती अवश्य करता है जिससे रहस्यमय कहें या पेचीदा अपराधों की गुत्थी भी अंततः सुलझ जाती है। कुछ
इसी तरह के कथानक पर आधारित नाटक ‘अ परफेक्ट मर्डर’ का मंचन सानंद न्यास के मंच पर शनिवार शाम खंडवा रोड स्थित यूसीसी सभागार में किया गया। सस्पेंस थ्रिलर से भरे इस नाटक के लेखक नीरज शिरवइकर हैं और निर्देशन किया है विजय केकरे नें।
यह नाटक तीन केंद्रीय पात्रों के इर्द गिर्द घूमता है। पति निरंजन अपनी पत्नी मीरा के कत्ल की साजिश रचता है। मीरा का मित्र दिव्यजीत चौधरी इस नाटक का तीसरा प्रमुख किरदार है जो इस मर्डर मिस्ट्री से अंततः पर्दा उठाता है। रहस्य और रोमांच से भरपूर इस नाटक की गति इतनी तेज है कि दर्शक दम साधे कुर्सी से चिपके रहते हैं। नाटक के कुछ प्रसंग तो वाकई दर्शनीय बन पड़े हैं। नैपथ्य, संगीत और प्रकाश संयोजन मिलकर नाटक के रोमांच को कई गुना बढ़ा देते हैं। निर्देशक विजय केकरे की नाटक पर कसावट भरी पकड़ साफ नजर आती है।
निरंजन की भूमिका में अनिकेत विश्वासराव, मीरा के किरदार में प्रिया मराठे और दिव्यजीत चौधरी की भूमिका में पुष्कर श्रोत्रि का अभिनय जबरदस्त रहा। तीनों की टाइमिंग कमाल की थी। सुबोध पण्डे, श्रीकांत प्रभाकर और सतीश रजवाड़े सहायक भूमिकाओं में थे। संगीत अजित परब ने दिया। प्रकाश योजना शीतल तलपड़े की थी। मंगल केकरे की रंगभूषा, क्षितिज पटवर्धन के गीत और उन्हें स्वर देनेवाली मुग्धा करहांङे का भी नाटक को प्रभावी बनाने में उल्लेखनीय योगदान रहा। सानंद के 5 नाट्य समूहों के लिए शनिवार- रविवार को इस नाटक के 5 शो मंचित किये गए।
रहस्य और रोमांच से भरपूर नाटक ‘अ परफेक्ट मर्डर’ का सानंद के मंच पर प्रभावी मंचन
Last Updated: February 16, 2020 " 05:41 pm"
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