कमलनाथ सरकार के खिलाफ बीजेपी का जंगी प्रदर्शन, जलाई बिजली के बिलों की होली।

  
Last Updated:  November 4, 2019 " 01:28 pm"

इंदौर : मप्र की कमलनाथ सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए सोमवार को बीजेपी के नेता व कार्यकर्ता पूरे प्रदेश में सड़कों पर उतर आए। उन्होंने इसे किसान आक्रोश आंदोलन नाम दिया था। इंदौर में कलेक्टर कार्यालय पर धरना- प्रदर्शन किया गया। पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन और सांसद शंकर लालवानी की अगुवाई में किये गए इस धरना-प्रदर्शन में कमलनाथ सरकार पर किसानों को धोखा देने, बिजली के मनमाने बिल जारी कर आम लोगों को परेशान करने और तबादला उद्योग के जरिये भारी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए। बाद में बिजली के बिलों की होली जलाई गई वहीं सोयाबीन की खराब फसल को भी आग के हवाले किया गया। इस दौरान प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।

कांग्रेस ने केवल वोट पाने के लिए की थी कर्ज माफी की घोषणा।

पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कमलनाथ सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि किसानों ने कर्ज माफी की मांग नहीं की थी। कांग्रेस ने उनके वोट पाने के लिए कर्ज माफी का वादा किया। इसको लेकर कोई कार्ययोजना उन्होंने नहीं बनाई। नतीजा ये हुआ कि आज तक किसानों का 2 लाख का कर्ज माफ नहीं हुआ। ऊपर से अतिवृष्टि ने उनकी सोयाबीन व अन्य फसलें चौपट कर दी पर सीएम कमलनाथ या उनका कोई मंत्री किसानों के आंसू पोंछने नहीं गया। उन्हें बर्बाद फसलों का मुआवजा नहीं मिला। अब वे अगली फसल की तैयारी कैसे करेंगे, खाद बीज का इंतजाम कहां से होगा ये बड़ा सवाल उनके सामने खड़ा है पर प्रदेश सरकार आंख मूंदकर सोई है। श्रीमती महाजन ने बिजली के बढ़े बिलों को लेकर भी कमलनाथ सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि बिजली के हजारों- लाखों के बिल भेजे जा रहे हैं। आम जनता परेशान हो रही है। ‘ताई’ ने पूर्व सीएम शिवराज की सराहना करते हुए कहा कि किसानों की छोटी से छोटी तकलीफ में वे उसके साथ खड़े होते थे। जनता के हित में काम कैसे किया जाता है ये सीएम कमलनाथ को उनसे सीखना चाहिए।

लाखों के आ रहें हैं बिजली के बिल।

सांसद शंकर लालवानी ने कमलनाथ सरकार पर हमला बोलते हुए कहा इंदिरा गृह ज्योति योजना के नाम पर छलावा किया जा रहा है। गरीब बस्तियों तक में लोगों को हजारों – लाखों के बिजली बिल भेजे जा रहे हैं। जबकि बीजेपी की शिवराज सरकार उन्हें सिर्फ 200 रुपए में बिजली उपलब्ध कराती थी। सांसद लालवानी ने किसानों के साथ धोखाधड़ी का आरोप भी कमलनाथ सरकार पर लगाया। उनका कहना था कि आज तक उन्हें ऐसा कोई किसान नहीं मिला जिसका दो लाख का कर्ज माफ हुआ हो। किसानों की फसलें कुदरत की मार के चलते बर्बाद हो गई पर मुआवजा देना तो दूर, खराब हुई फसलों का सर्वे तक कमलनाथ सरकार नहीं करवा पाई। इसके अलावा फसल खरीदी पर 160 रुपए प्रति क्विंटल बोनस देने का वादा भी इस सरकार ने पूरा नहीं किया। श्री लालवानी ने कांग्रेस द्वारा केंद्र सरकार पर मप्र के साथ भेदभाव किये जाने के आरोप को भी गलत ठहराया।

किसानों से रोके कर्ज और बिजली बिल की वसूली।

वरिष्ठ नेता बाबूसिंह रघुवंशी ने कमलनाथ सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि इस सरकार से कोई भी खुश नहीं है। किसानों में सरकार के खिलाफ भारी आक्रोश है। उन्होंने किसानों से कर्ज की किश्त और बिजली के बिलों की वसूली एक साल तक स्थगित करने व नई फसल की बोवनी और खाद- बीज के लिए ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराने की मांग की।
धरना- प्रदर्शन में विधायक आकाश विजयवर्गीय, शहर अध्यक्ष गोपी नेमा, पूर्व आईडीए अध्यक्ष मधु वर्मा, रवि रावलिया और अन्य नेताओं ने भी संबोधित करते हुए कमलनाथ सरकार पर जमकर हल्ला बोला। उनका कहना था कि किसानों और जनता में आक्रोश इसीतरह बढ़ता रहा तो वे इस बेईमान सरकार को उखाड़ फेकेंगे।

जलाई बिजली के बिल और खराब फसल की होली।

धरना- प्रदर्शन के दौरान सांसद शंकर लालवानी ने विरोध स्वरूप बिजली के बिलों की माला पहन रखी थी। बाद में सुमित्रा महाजन, लालवानी और अन्य सभी नेताओं ने बढ़े हुए बिजली के बिलों की होली जलाई। इसी के साथ अतिवृष्टि से चौपट सोयाबीन की फसल की भी होली जलाई गई। कार्यकर्ताओं ने कमलनाथ सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की।

नहीं किया कलेक्टर कार्यालय का घेराव।

बीजेपी की ओर से प्रदर्शन के साथ कलेक्टर कार्यालय के घेराव की घोषणा की गई थी। मंच से भी घेराव की बात कही गई पर बाद में ये चेतावनी देते हुए धरना- प्रदर्शन खत्म कर दिया गया कि अब भी कमलनाथ सरकार नहीं चेती तो अगली बार उग्र आंदोलन के साथ कलेक्टर कार्यालय का घेराव भी किया जाएगा।

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