प्रेस्टीज समूह स्थापित करेगा अत्याधुनिक यूनिवर्सिटी

  
Last Updated:  November 16, 2019 " 04:24 pm"

इंदौर : प्रेस्टीज शिक्षण समूह अगले 25 वर्षों में व्यावसायिक शिक्षा के बदलते स्वरुप और जरूरतों को दृष्टिगत रखते हुए इंदौर में अत्याधुनिक प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी की स्थापना करने जा रहा है। सांवेर रोड पर 35 एकड भूमि में विकसित की जा रही यह यूनिवर्सिटी मध्यप्रदेश की सबसे भव्य एवं आधुनिकतम यूनिवर्सिटी होगी।
प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी प्रोजेक्ट के सीईओ डॉ. अनिल बाजपेयी ने प्रेस्टीज प्रबन्ध संस्थान के सिल्वर जुबली समारोह के दूसरे दिन के शुभारम्भ सत्र में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस यूनिवर्सिटी में एक साथ 10000 छात्रों के अध्ययन की व्यवस्था होगी, जहाँ छात्रों को आने वाले वर्षों में उद्योगों की जरूरतों के अनुसार नौकरी केंद्रित शिक्षा दी जाएगी। यूनिवर्सिटी परिसर में 2500 छात्रों के लिए आवासीय सुविधा की भी होगी। यह यूनिवर्सिटी 2020 के उत्तरार्ध में अस्तित्व में आ जाएगी।

मूल्य आधारित निर्णय हमारे भविष्य को निधारित करता है : स्वामी मुकुंदानंद

इस अवसर पर छात्रों को सम्बोधित करते हुए समारोह के मुख्य अतिथि स्वामी मुकुंदानंद ने कहा कि वो जो भी करें, तन्मयता से करें। छात्रों को निर्णय की महत्ता समझाते हुए उन्होंने कहा कि आज हम जो कुछ भी हैं वो हमारे द्वारा 10 साल पहले लिए गए निर्णयों का परिणाम है। हम जो भी निर्णय लेते हैं वो हमारे मूल्यों पर आधारित होता है और हम जो भी तय करते हैं वो हमारे भविष्य को निर्धारित करता है। .
उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक विज्ञान वह विज्ञान है जो हमारे आंतरिक वातावरण के बारे में हमें बताता है। मनुष्य के मनःस्थिति की चर्चा करते हुए स्वामी मुकुंदानंद ने कहा कि हमारी मनःस्थिति में त्रुटि है तो हम उत्कृष्ट कौशल को प्राप्त नहीं कर सकते। यदि हमारी मनःस्थिति सही है तो हम जीवन में ऊंचाइयों को छू सकते हैं। उन्होंने कहा की हम उत्कृष्टता को तब प्राप्त करते हैं जब हम अपने कठिन परिश्रम को ईश्वर को समर्पित करते हैं।

यदि सफल होना है तो समय के साथ सामंजस्य स्थापित करें: डॉ विजय सरदाना

समारोह में ‘रीडिजाइनिंग बिज़नेस स्ट्रेटेजीज फॉर डेवलपिंग कन्ट्रीज’ विषय पर अपने विचार रखते हुए यूपीएल लिमिटेड के वाइस प्रेजिडेंट एवं हेड फ़ूड सिक्योरिटी एग्री बिज़नेस, विजय सरदाना ने छात्रों से कहा कि प्रत्येक दिन एक बैलेंस शीट तैयार करें और उसमें इस बात को लिखें कि आज उन्होंने समाज को क्या दिया और समाज से क्या पाया। आप सब कोशिश करें कि प्रत्येक दिन कुछ ना कुछ अपने देश को दें। हम सब उस अवसर का लाभ लें जो समाज ने हमें दिया है। उन्होंने कहा कि हम यदि सफल होना चाहत हैं तो हमें समय के साथ सामंजस्य स्थापित करना होगा। डॉ सरदाना को इस अवसर पर पीआईएमआर इकोनॉमिक एक्सीलेंस पुरस्कार प्रदान किया गया।

छात्र स्वयं पर विश्वास करें: हनुमंतराव गायकवाड़

बीवीजी इंडिया लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर एवं चेयरमैन, हनुमंतराव गायकवाड़ ने इस मौके पर कहा कि उनके जैसा ग्रामीण परिवेश में गरीबी में जीवन यापन करने वाला एक छात्र, कड़ी मेहनत, लगन एवं प्रतिबद्धता के बदौलत 8 लोगों से शुरू हुई कंपनी बीवीजी इंडिया लिमिटेड को 80000 कर्मचारियों की कंपनी में बदल देता है। उन्होंने छात्रों से कहा कि अपने आप पर भरोसा करें और किसी भी उद्योग, व्यापार को. शुरू करने से पहले विश्वसनीय टीम का गठन करें।
ज़ोरास्ट्रीयन कॉलेज की संस्थापक प्रेसिडेंट डॉ. मेहर मास्टर मूस ने भी अपना उदबोधन दिया।

डॉ डेविश जैन की किताब – `गोल्डन इनसाइट’ का विमोचन

इस अवसर पर प्रेस्टीज एजुकेशन सोसाइटी के वाइस चेयरमैन डॉ डेविश जैन लिखित पुस्तक `गोल्डन इनसाइट ‘ का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया। डॉ जैन ने कहा कि इस पुस्तक को लिखने के पीछे उनकी मंशा थी कि जो कुछ भी उन्होंने अपने पिता से सीखा जीवन के इस मुकाम तक पहुँचने के लिए. वह समाज के अन्य लोगों तक पहुंचे। डॉ जैन ने कहा कि यदि आप कोई भी कार्य बुद्धिमता से करते हैं तो सफलता अवश्य मिलेगी।

दूसरे दिन के कार्यक्रमों में आध्यात्म, कारपोरेट और प्रबन्धन क्षेत्र से जुड़े कई दिग्गज और संस्थान के हजारों छात्रों व स्टॉफ ने सक्रिय भागीदारी जताई।

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