इंदौर में लताजी की प्रतिमा स्थापित होगी, संगीत अकादमी व संग्रहालय भी बनेगा- सीएम शिवराज

  
Last Updated:  February 7, 2022 " 03:37 pm"

भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भारत रत्न स्वर कोकिला स्व. लता मंगेशकर की स्मृति में सोमवार को स्मार्ट उद्यान में बरगद का पौधा रोपा। मुख्यमंत्री चौहान ने पौध-रोपण से पूर्व लता मंगेशकर के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। मुख्यमंत्री के साथ भोपाल से संगीत एवं गायन के क्षेत्र में अपना योगदान देने वाले ख्यातनाम पंडित सज्जन लाल ब्रह्मभट्ट, उमाकांत गुंदेचा, कीर्ति सूद, आकृति मेहरा, धानी गुंदेचा, दिलीप महाशब्दे, साजिद खां और सलीम अल्लाहवाले ने मौलश्री और केसिया के पौधे लगाए।

लताजी की आवाज ने देश और संगीत को अलग पहचान दी।

मुख्यमंत्री चौहान ने स्वर कोकिला लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि लता जी का जाना व्यक्तिगत क्षति है। प्रत्येक भारतवासी को लग रहा है कि यह उसकी व्यक्तिगत क्षति है। हर घर-परिवार को लग रहा है कि उनका बहुत कुछ चला गया, उनके गीत लोगों में नव-उत्साह, नव-ऊर्जा का संचार करते हैं। “ए मेरे वतन के लोगों” गीत भारत की जनता के रोम-रोम में जैसे रम गया है। लता जी के स्वर ने संगीत को और उनके संपूर्ण योगदान ने देश को एक अलग पहचान दी।

लताजी के जाने से हुई क्षति कभी पूरी नहीं हो सकती।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि लता जी के अवसान से ऐसी रिक्तता आयी है, जिसकी भरपाई संभव नहीं है। मैं स्वयं व्यक्तिगत स्तर पर भी इस रिक्तता का अनुभव कर रहा हूँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब भी समय मिलता, तब लता जी का संगीत सुनना मेरी रूचि रही है। लता जी अपने गीतों के माध्यम से सदैव हमारे बीच बनी रहेंगी।

लता मंगेशकर के नाम से इंदौर में संगीत अकादमी, महाविद्यालय और संग्रहालय।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लताजी का जन्म इंदौर में हुआ था। राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि इंदौर में भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर के नाम से संगीत अकादमी, संगीत महाविद्यालय और संग्रहालय स्थापित किया जाएगा। इंदौर में ही लता मंगेशकर की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। संग्रहालय में लता जी का संगीत को दिया गया संपूर्ण योगदान उपलब्ध रहेगा। संगीत शास्त्र के विशेषज्ञों से चर्चा कर संग्रहालय का स्वरूप निर्धारित किया जाएगा और इसका निर्माण किया जाएगा। लता जी केवल संगीत की रोशनी नहीं थी, वे देशभक्ति का भी ऐसा हस्ताक्षर थी, जिससे पूरा देश प्रेरणा लेता था। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि लता जी के जन्म-दिन पर प्रतिवर्ष लता मंगेशकर पुरस्कार भी दिया जाएगा।

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