इंदौर : शनिवार को किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेशव्यापी खेत- धरना आंदोलन के तहत किसानों के साथ छावनी अनाज मंडी में धरना दिया।
धरना आंदोलन में प्रदेश उपाध्यक्ष सुदर्शन गुप्ता, विधायक रमेश मेंदोला, महेन्द्र हार्डिया, आकाश विजयवर्गीय, मधु वर्मा, प्रदेश प्रवक्ता उमेश शर्मा, घनश्याम शेर व सुमित मिश्रा ने अपनी बात रखी। नेताओं ने कहा कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव जीतने के लिये प्रदेश के किसानों से अपने वचन पत्र के माध्यम से कई झूठे वादे किये और सत्ता हासिल की। इनके मुखिया राहुल गांधी ने सभा में सार्वजनिक रूप से कहा था कि हम सरकार में आये तो सभी किसानों का दो लाख रूपये तक का कर्ज 10 दिन में माफ कर देंगे। यदि हमने कर्ज माफ नहीं किया तो 10 दिन में मुख्यमंत्री बदल देंगे। लेकिन इनकी कथनी और करनी में बहुत फर्क है। कमलनाथ सरकार ने किसानों के साथ खुली धोखाधड़ी की।
उन्होंने कहा कि इस सरकार के कारण किसान भारी परेशान हैं। किसी भी किसान का अभी तक दो लाख तक का कर्ज माफ नहीं किया गया है। अतिवर्षा और ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसलें चौपट हो गई, जिसका अभी तक ना ही सर्वे किया गया और ना ही कोई क्षतिपूर्ति राशि दी गई। सीएम कमलनाथ और उनके सहयोगी नेता सिर्फ केन्द्र सरकार को कोसने में लगे हैं। बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कुछ दिनों पूर्व ही किसानों को फसल बीमा व मुआवजा देने के लिये केन्द्र सरकार ने एक हजार करोड़ की राशि प्रदेश सरकार को दी थी पर उस राशि का अभी तक किसानों को आंवटन नहीं किया गया है। किसानों की इस राशि का उपयोग यह सरकार अन्य कार्यक्रमों में कर रही है। बीजेपी नेताओं ने सवाल किया कि क्या केन्द्र सरकार के भरोसे पर कांग्रेस ने कर्जमाफी की घोषणा की थी.?
यूरिया वितरण की व्यवस्था गड़बड़।
धरना- प्रदर्शन में नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार ने कोटा बढाकर यूरिया खाद प्रदेश की कांग्रेस सरकार को उपलब्ध कराई है। बावजूद इसके किसान भाई यूरिया खाद के संकट से जूझ रहे हैं। दरअसल कमलनाथ सरकार यूरिया वितरण की व्यवस्था ठीक से नहीं कर पाई है।कांग्रेस से जुड़े लोग ही यूरिया की कालाबाजारी कर रहे हैं। जब किसान इस कालाबाजारी की जानकारी देने जाते है और अपनी फसल के लिये यूरिया मांगते हैं तो कमलनाथ सरकार उन पर लाठीचार्ज करवा रही है।
बाढ़ पीड़ितों को अभी तक मुआवजा नहीं।
बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि अतिवृष्टि से आई बाढ़ से किसानों और ग्रामीणों को भारी नुकसान उठाना पड़ा पर कमलनाथ सरकार ने आजतक उन्हें एक रुपए की भी मदद मुहैया नहीं कराई है।
बीजेपी नेताओं ने कमलनाथ सरकार को रावण की संज्ञा देते हुए कहा कि इस सरकार का जाना तय है। किसानों का आक्रोश इस सरकार को ले डूबेगा।
धरना खत्म होने पर पहुंचे सांसद लालवानी।
सांसद शंकर लालवानी धरना आंदोलन में समय रहते नहीं पहुंचे। विधायक आकाश विजयवर्गीय द्वारा आभार जताए जाने के बाद उनका आगमन हुआ। हालांकि मीडिया से जरूर उन्होंने बात की और सवालों के जवाब दिए।
धरना- प्रदर्शन में मधु वर्मा,मुकेशसिंह राजावत, गणेश गोयल, घनश्याम शेर, कमल वाघेला, जयदीप जैन, जेपी मूलचंदानी, सूरज कैरो, हरिनारायण यादव, गोविन्द मालू, हरप्रीतसिंह बक्षी, कमाल खान, संदीप दुबे, देवकीनंदन तिवारी, मुकेश मंगल, कमल वर्मा, सविता पटेल, गायत्री गोगडे, नारायण पटेल, विरेन्द्र व्यास, विक्की मित्तल, मनस्वी पाटीदार, विनोद खण्डेलवाल, प्रकाश पारवानी, अतुल बघेरवाल, प्रशांत बिजलानी, अश्विनी शुक्ला, संजय कटारिया, सुधीर देड़गे, सुरेन्द्र वाजपेयी, कैलाश यादव, रोहित चौधरी, प्रकाश राठौर, ललित पोरवाल, दारासिंह सलूजा, आशीष शर्मा, रितेश विरांग, गजानंद गावडे, रामदास गर्ग, अनिल बौरासी, मनोज पाल सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता व किसान भाई उपस्थित थे।