इंदौर : हवा बंगला स्थित शिर्डी धाम सांईबाबा मन्दिर प्रांगण में चल रही भागवत कथा का समापन गुरुवार को कृष्ण – सुदामा मिलन प्रसंग के साथ हुआ। इस मौके पर बोलते हुए भागवताचार्य पण्डित सुखेन्द्र दुबे ने कहा कि आज के दौर में सच्चे मित्र मिलना सबसे दुर्लभ है। कलयुग में मित्रता को नए सिरे से परिभाषित करने की जरूरत है। जिस दिन राजमहलों के दरवाजे झोपड़ियों में रहने वालों के लिए खुल जाएंगे उस दिन लोकतंत्र सही मायने में सार्थक हो जाएगा। पण्डित दुबे ने कहा कि ऊंचे पदों पर बैठे लोगों को अपने बाल सखाओं के दुख – दर्द में भागीदार बनना चाहिए। कृष्ण – सुदामा की मैत्री यही संदेश देती है।
कृष्ण – सुदामा मिलन प्रसंग के दौरान सुरजीत सिंह और मुकेश रासगाया के सुरीले भजनों ने प्रसंग की प्रासंगिकता को और बढ़ा दिया।
प्रारम्भ में रोहित चौधरी, कमल जोशी, अनिल तिवारी, साधना तिवारी, विजय दिघे, मयंक और मनीष ने व्यासपीठ का पूजन किया। इस मौके पर आयोजन समिति की ओर से पण्डित सुखेन्द्र दुबे का शॉल – श्रीफल भेंट कर सम्मान भी किया गया। बड़ी तादाद में श्रद्धालु इस दौरान मौजूद रहे।
कृष्ण – सुदामा मिलन के साथ भागवत कथा का समापन
Last Updated: August 30, 2019 " 09:02 am"
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