घी के गोदाम पर क्राइम ब्रांच व खाद्य विभाग का छापा, लाखों रुपए कीमत का अमानक घी बरामद

  
Last Updated:  September 23, 2021 " 05:56 pm"

इंदौर : क्राइम ब्रांच इंदौर द्वारा नकली/अमानक घी के गोडउन(डिपो) पर छापामार कार्रवाई की गई। थाना लसुडिया पुलिस के साथ की गई इस कार्रवाई में करीब 656 किलो अमानक स्तर का घी बरामद किया गया। बरामद घी की अन्तराष्ट्रीय कीमत 3 से 5 लाख रुपए बताई गई है।

क्राइम ब्रांच की टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि ग्राम लसूडिया मोरी देवास नाका इंदौर स्थित TRADEZO कम्पनी के गोडउन(डिपो) में लंबे समय से अमानक स्तर का मिलावटी घी रखा जा रहा है। उसका भंडारण और विक्रय करके जन स्वास्थ के खिलाफ खिलवाड़ किया जा रहा है। सूचना पर प्रभारी अधिकारी के निर्देशन में खाद्य विभाग की टीम को साथ मे लेकर उक्त स्थान पर छापा मारा गया। मौके पर पाया गया कि TRADEZO कम्पनी के गोडउन में सोसायटी कम्पनी का देशी घी 656 किलो, सोसायटी अमर डस्ट चाय 2075 किलो व सोसायटी मसाला फ्लेवर टी 24 किलो व सोसायटी कम्पनी की 115 किलो चायपत्ती (कीमत कुल 4 लाख रुपए) का रखा पाया गया। इसी के साथ भण्डारित सोसायटी ब्रांड की चाय व सोसायटी देशी घी के जार 01 होलसेल पैक(कार्टून) में 12 पैक जार बिना लेबल के पाए गए। खाद्य विभाग द्वारा लिए गए सेम्पल अनुसार प्रथम दृष्टया घी व चाय अवमानक एवं मिलावटी होना पाए गए। घी के लेबल पर आवश्यक जानकारी न देकर धोखाधडी की जा रही थी। ये पाया गया कि TRADEZO कम्पनी के प्रभारी शैलेन्द्र श्रीवास्तव एवं फर्म के लाइसेंसी मालिक हितेश भाटिया पिता चंदर भाटिया नि.311-C सेवा सरदार नगर बडी ग्वालटोली इंदौर द्वारा अमानक स्तर के मिलावटी घी का भण्डारण और विक्रय करके जनस्वास्थ के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इस पर खाद्य विभाग के अधिकारी की शिकायत पर थाना लसूडिया में अप क्र.1268/21 धारा 420, 272, 273, 34 भादवि कायमी कर विवेचना मे लिया गया है।
मौके पर की गई जांच में पाया गया कि उक्त कम्पनी द्वारा सोसायटी कम्पनी का मुख्यालय मुम्बई महाराष्ट्र से EXPIRY DATE का घी ट्रांसपोर्ट के माध्यम से बुलाकर TRADEZO कम्पनी के गोडउन (डिपो) में उसका भण्डारण किया जाता है। डिब्बों से सोसायटी कम्पनी का रैपर व एक्सपायरी डेट हटाकर रिपेकिंग की जाती थी। उन्हें श्रीराम फ़ूड एंड मिल्क इंडस्ट्रीज के संचालक नरेंद्र गुप्ता, प्रभारी मालिक मंजू अग्रवाल और मप्र के अन्य डीलरों को बाजार में बेचने हेतु सप्लाई किया जाता था। यहां से लिए गए
नमूने जांच हेतु भेजे गए हैं जिसकी रिपोर्ट आने पर और भी धाराएं बढ़ाई जाएंगी।

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