नेता प्रतिपक्ष सिंघार के समर्थन वाले बयान के जवाब में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पटवारी ने जारी किया पत्र।
आपराधिक पृष्ठभूमि वाले जनप्रतिनिधियों को सलामी नहीं देने की दी सलाह।
इंदौर : निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को पुलिस द्वारा सैल्यूट किए जाने के पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी आदेश के मामले में कांग्रेस दो गुटों में बंटी नजर आ रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी जहां इसके विरोध में हैं वहीं नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार इसके समर्थन में खड़े हो गए हैं।
शनिवार को इंदौर में प्रेस वार्ता के दौरान नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने विधायक और सांसदों को पुलिस द्वारा सैल्यूट किए जाने को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है। यह प्रोटोकाल के तहत पहले से चली आ रही परंपरा है।
आपराधिक पृष्ठभूमि के जनप्रतिनिधियों को न दें सलामी।
नेता प्रतिपक्ष के कथन के एक दिन बाद याने रविवार को जीतू पटवारी ने पत्र जारी कर दिया की आपराधिक पृष्ठभूमि वाले जनप्रतिनिधियों को सलामी नहीं दी जानी चाहिए। उनका यह पत्र नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के कथन पर पलटवार माना जा रहा है क्योंकि दोनों के राजनीतिक रिश्तों में तल्खी जगजाहिर है। सिंघार पर कई मामले दर्ज हैं, ऐसे में पटवारी का पत्र उनके खिलाफ पलटवार के रूप में देखा जा रहा है।