टंट्या मामा स्मृति दिवस समारोह में सीएम शिवराज ने की कई घोषणाएं, पेसा एक्ट लागू करने और आदिवासियों को वनाधिकार पट्टे देने का किया ऐलान

  
Last Updated:  December 4, 2021 " 08:06 pm"

इंदौर : नेहरू स्टेडियम में आयोजित जननायक टंट्या मामा स्मृति समारोह में पहुंचे सीएम शिवराज ने घोषणाओं का पिटारा खोल दिया। सबसे बड़ी घोषणा उन्होनें पैसा एक्ट को लेकर की। उन्होंने ऐलान किया कि मप्र में पैसा एक्ट लागू होगा। इस कानून के लागू होने से जनजातीय पंचायतों को जमीन, खनिज संपदा, लघु वनोपज की सुरक्षा और संरक्षण का अधिकार मिल सकेगा।

कांग्रेस ने टंट्या मामा को भुला दिया।

सीएम शिवराज ने अपने संबोधन में कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि उसने टंट्या मामा को भूला दिया। कांग्रेस अपने 50 साल के शासन में आदिवासी मंत्रालय तक नहीं दे सकी। ये काम अटलजी की सरकार ने पूरा किया।

जनजातीय लोगों को मिलेंगे वनाधिकार पट्टे।

सीएम शिवराज ने कहा कि जनजातीय लोगों को वन अधिकार पट्टे देने का सिलसिला जारी रहेगा। जिनके पास जमीन नहीं है, उन जनजातीय लोगों को जमीन देकर आवास की व्यवस्था की जाएगी। इसी के साथ जिन जनजातीय लोगों पर छोटे- मोटे आपराधिक मामले चल रहे हैं, उन्हें भी वापस लिया जाएगा।

समर्थन मूल्य पर खरीदेंगे वनोपज।

आदिवासियों से पारम्परिक फसलों की तरह वनोपज की भी समर्थन मूल्य पर खरीदी का सीएम चौहान ने ऐलान किया। उन्होंने कहा कि इससे जनजातीय लोगों का जीवन स्तर बेहतर हो सकेगा।

गांव में ही मिलेगा राशन।

सीएम शिवराज ने कहा कि राशन आपके ग्राम योजना के तहत वनवासी बन्धुओं को राशन उनके अपने गांव में ही मिल जाएगा।राशन पहुंचाने के लिए जनजातीय युवाओं को बैंक फाइनेंस पर वाहन भी दिलवाए जा रहे हैं।

1 लाख बैकलॉग पदों पर होगी भर्ती।

शिवराज ने कहा कि मप्र के युवाओं के लिए 1 लाख बैकलॉग के पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसी के साथ मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में 50 लाख रुपए तक का लोन उद्योग लगाने के लिए दिया जाएगा। लोन की गारंटी सरकार देगी और ब्याज पर तीन फीसदी सब्सिडी भी दी जाएगी।

15 अगस्त तक के उधार माफ।

सीएम ने मंच से सूदखोरों को चेतावनी देते हुए कहा कि जो भी बिना लाइसेंस सूदखोरी करेंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बिना लाइसेंस वाले सूदखोरों ने 15 अगस्त तक जो भी उधार दिए हैं, वे माफ कर दिए गए हैं। उधार लेनेवालों को उसे लौटाने की जरूरत नहीं है।
कार्यक्रम में मौजूद राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने भी अपने विचार रखे।

लोकगीतों पर मंच पर थिरके सीएम।

टंट्या मामा स्मृति समारोह के लिए कार्यक्रम स्थल नेहरू स्टेडियम को जनजातीय संस्कृति के अनुरूप सजाया गया था। जगह- जगह टंट्या मामा के पोस्टर लगाए गए। आदिवासी लोकगीतों की बानगी भी पेश की जा रही थी। सीएम शिवराज भी आदिवासी लोकगीतों पर नृत्य करने से खुद को रोक नहीं पाए।
इस मौके पर धार व रतलाम से आई गौरव कलश यात्राओं के पूजन के साथ सीएम शिवराज ने टंट्या मामा के वंशजों को सम्मानित भी किया।

मंच पर राज्यपाल मंगूभाई पटेल व सीएम शिवराज के साथ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, मंत्री तुलसी सिलावट, मीना सिंह, उषा ठाकुर, विजय शाह, राज्यसभा सांसद सुमेर सिंह सोलंकी, सांसद शंकर लालवानी,अन्य जनप्रतिनिधि और नेता भी मौजूद रहे।

बसों के जरिए लाए गए आदिवासी बन्धु।

इंदौर संभाग के धार, झाबुआ, बड़वानी, अलीराजपुर, खंडवा और खरगौन से आदिवासी बन्धुओं को कार्यक्रम स्थल पर लाने और ले जाने के लिए प्रशासन ने बसों का इंतजाम किया था। बताया जाता है यात्री बसों के अलावा बड़ी संख्या में स्कूली बसें भी अधिग्रहित की गई थीं।

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