भोपाल : कैबिनेट मीटिंग के बाद ऊर्जा विभाग के प्रेजेंटेशन के दौरान ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और यशोधरा राजे सिंधिया के बीच हुई बहस के लीक हो जाने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तत्काल सभी मंत्रियों को डिनर के बहाने अपने घर बुलाया। सूत्रों का कहना है कि डिनर की टेबल पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रियों को स्पष्ट रूप से समझाया कि ट्रांसफर के दौरान किसी भी प्रकार का विवाद न हो।
तबादलों में बरते पारदर्शिता।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रियों को निर्देश दिए हैं कि अधिकारी, कर्मचारियों के ट्रांसफर में पारदर्शिता बरतें। इसकी प्रक्रिया गाइडलाइन के मुताबिक होनी चाहिए। उन्होंने कहा- तबादलों में गड़बड़ी करने वालों पर भी पैनी नजर बनाए रखें। मुख्यमंत्री का इशारा मंत्रियों के स्टॉफ की ओर था। सीएम इससे पहले भी कह चुके हैं कि मंत्रियों को अपने स्टॉफ से सतर्क रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी मंत्री महीने में कम से कम दो बार अपने क्षेत्र का दौरा करें।
विवादित नोटशीट पर न करें हस्ताक्षर।
कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के दौरान भारतीय जनता पार्टी ने तबादला उद्योग के आरोप लगाए थे।इसतरह के आरोप अपनी सरकार पर न लगे इसलिए मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को यह भी समझाया कि ट्रांसफर के मामले में अपने दायरे से बाहर ना निकले। किसी भी ऐसी नोटशीट पर सिग्नेचर ना करें जो विवादित हो सकती है।