प्रधानमंत्री मोदी ने प्रदेश के विश्वविद्यालयों को दी 400 करोड़ की सौगात

  
Last Updated:  February 21, 2024 " 05:01 pm"

जम्मू से डिजिटल लॉन्च कार्यक्रम में जारी की राशि।

राज्यपाल डॉ. पटेल तथा मुख्यमंत्री डॉ. यादव बरकतउल्ला विश्वविद्यालय से क्रार्यक्रम में हुए शामिल।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने माना आभार।

बरकतउल्ला, विक्रम और जीवाजी विश्वविद्यालयों को मिलेंगे 100-100 करोड़ रुपए।

इंदौर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान अंतर्गत जम्मू से परियोजनाओं के डिजिटल लॉन्च कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल तथा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल के ज्ञान विज्ञान भवन से शामिल हुए।

राज्यपाल डॉ. पटेल और मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्यप्रदेश के विश्वविद्यालयों को 400 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया।

विश्वविद्यालयों में होंगे नवाचार,अनुसंधान और अधोसंरचना विकास के महत्वपूर्ण कार्य।

मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा कि इस राशि से विश्वविद्यालयों में नवाचार,अनुसंधान और अधोसंरचना विकास के महत्वपूर्ण कार्य सम्पन्न हो सकेगें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान द्वारा मध्यप्रदेश की बेहतर उच्च शिक्षा प्रणाली हेतु दिए गए सहयोग के प्रति धन्यवाद देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश उनकी आशाओं और अपेक्षाओं पर खरा उतरेगा। हम प्रदेश को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में देश के शीर्ष राज्यों में शामिल करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दी गई सौगातों से वहां विकास के नए युग का आरंभ होगा। देश की एकता, अखण्डता के लिए प्रधानमंत्री मोदी का यह योगदान अविस्मरणीय रहेगा।

देवी अहिल्या, रानी दुर्गावती, अवधेश प्रताप सिंह, पंडित एस एन शुक्ल और महाराजा छत्रसाल बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय को 20-20 करोड़ रुपए की सहायता स्वीकृत।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (पीएम-उषा) के अंतर्गत जम्मू में आयोजित कार्यक्रम में जम्मू एम्स सहित 32 हजार करोड़ की 220 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण, उद्घाटन और शिलान्यास किया गया। प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान से युवाओं को औद्योगिक प्रशिक्षण मिलने के साथ-साथ नई शिक्षा नीति 2020 का उद्देश्य भी पूरा होगा। कार्यक्रम में मल्टी डिसिप्लिनरी एजुकेशन एवं रिसर्च यूनिवर्सिटीज(मेरू)घटक के अंतर्गत बरकतउल्ला, विक्रम तथा जीवाजी विश्वविद्यालय को 100-100 करोड़ रुपए की सहायता स्वीकृत की गई है। इसी प्रकार ग्रान्ट टू स्ट्रेंथन यूनिवर्सिटीज(जीएसयू)घटक में देवी अहिल्या, रानी दुर्गावती, अवधेश प्रताप सिंह, पंडित एस एन शुक्ल और महाराज छत्रसाल बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय को 20-20 करोड़ रुपए की सहायता स्वीकृत की गई है। इससे विश्वविद्यालयों में अधोसंरचना विकास के लिए प्रशासनिक भवन, अकादमिक भवन, रिसर्च लैब, लाइब्रेरी बिल्डिंग,कम्प्यूटर लैब, हॉस्टल और क्लास रूम का निर्माण होगा। साथ ही राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय काँफ्रेंस, सेमिनार, वेबिनार, शैक्षणिक भ्रमण, संकाय संवर्धन और व्यवसायिक प्रशिक्षण की सुविधा उपलब्ध होगी।

कार्यक्रम में पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्रप्रभार) कृष्णा गौर, अपर मुख्य सचिव के सी गुप्ता, निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के चेयरमेन डॉ. भरत शरण सिंह, कुलपति के के जैन विशेष रूप से उपस्थित थे।

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