इंदौर : नए साल के साथ ठंड के तीखे तेवरों ने लोगों को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया है। बीती रात ठंड ने 2018 का जनवरी का रिकार्ड तोड़ दिया। रात का न्यूनतम तापमान 7.3 डिग्री पर पहुंच गया, जो इस सीजन का सबसे कम होने के साथ ही जनवरी 2018 में दर्ज किए गए सबसे कम तापमान 8 डिग्री से भी नीचे रहा।
विमानतल स्थित मौसम केंद्र के मुताबिक मंगलवार को दिन का अधिकतम तापमान 21.6 डिग्री रहा, जो सामान्य से 4 डिग्री कम था, वहीं रात का न्यूनतम तापमान 7.3 डिग्री रहा, जो सामान्य से 3 डिग्री और परसों रात की अपेक्षा 1.8 डिग्री कम रहा। यह इस साल मौसम का सबसे कम तापमान होने से बीती रात इस मौसम की अब तक की सबसे सर्द रात बन गई। बुधवार सुबह घना कोहरा भी छाया रहा। बर्फीली हवा चलने से लोग गर्म कपड़ों से लदे होने के बावजूद धूप में खड़े होकर ठंड से मुकाबला करते नजर आए।
बुधवार घोषित हो सकता है कोल्ड डे।
मौसम विभाग द्वारा बुधवार को कोल्ड डे (शीतल दिन) भी घोषित किया जा सकता है। मौसम विभाग द्वारा तय मानक के हिसाब से दिन का अधिकतम तापमान अगर सामान्य से 4.5 डिग्री 6.4 डिग्री तक कम रहता है तो ऐसे दिन को कोल्ड डे घोषित किया जाता है। कल दिन का अधिकतम तापमान 4 डिग्री कम रहा था। ठंड और बढ़ जाने के कारण इसके 4.5 डिग्री से भी नीचे रहने की संभावना है।
2019 में 5.6 डिग्री पर पहुंचा था न्यूनतम तापमान।
पिछले 10 सालों में रात के न्यूनतम तापमान में सबसे ज्यादा गिरावट 2019 में दर्ज की गई थी, तब 29 जनवरी को तापमान 5.6 डिग्री तक पहुंच गया था। वहीं इतिहास की बात करें तो 88 साल पहले इंदौर में अब तक का सबसे कम तापमान रिकार्ड किया गया था। 16 जनवरी 1935 को इंदौर में तापमान गिरकर माइनस 1.1 डिग्री पर पहुंच गया था।
उत्तरी हवाओं ने गिराया पारा।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार पिछले दो-तीन दिनों से इंदौर में उत्तरी और उत्तर-पूर्वी हवाएं 15 से 20 किलोमीटर की रफ्तार से आ रही हैं, वहीं पिछले दिनों उत्तर भारत से टकराए पश्चिमी विक्षोभ के कारण वहां बर्फबारी हो रही है और उस ओर से ही तेज ठंडी हवाएं आने के कारण तापमान में लगातार गिरावट आ रही है।
10 जनवरी के बाद और बढ़ सकती है ठंड।
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि अगले कुछ दिन तापमान ऐसा ही बना रहेगा। इसमें 1 डिग्री तक की बढ़ोतरी हो सकती है। 7 जनवरी को एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत से टकराएगा, जिसका असर 10 जनवरी से इंदौर में भी नजर आ सकता है।इससे एक बार फिर तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है।