इंदौर : इंदौर से बीजेपी का प्रत्याशी अभी तक घोषित नहीं किये जाने पर सवाल उठाते हुए लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। उन्होंने इस आशय का पत्र पार्टी आलाकमान को भेजने के साथ स्थानीय शहर अध्यक्ष गोपी नेमा को उसकी कॉपी सौंपी। ताई ने वह पत्र मीडिया को भी जारी किया।
निसंकोच होकर निर्णय ले पार्टी।
सुमित्रा ताई ने अपने पत्र में लिखा है कि लगता है पार्टी निर्णय को लेकर असमंजस में है। उन्हें कुछ संकोच हो रहा है। इसलिए उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की है। अब पार्टी अपना फैसला निसंकोच होकर मुक्त मन से करें। ताई ने तल्खी जताते हुए ये भी कहा है कि उन्होंने इस बारे में पार्टी के वरिष्ठों से पहले ही चर्चा कर ली थी और निर्णय उन्हीं पर छोड़ दिया था।
सोच- समझ कर लिया निर्णय।
सुमित्रा ताई ने मीडियाकर्मियों से चर्चा करते हुए अपने फैसले की पुष्टि की। ताई ने कहा कि उन्हें ये लग रहा था कि पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति को फैसला लेने में दिक्कत हो रही थी। समय निकलता जा रहा है और पार्टी को प्रचार के लिए जनता के बीच भी जाना है। इसके अलावा 75+ की श्रेणी में भी वे आती हैं। इसलिए सोच- समझकर उन्होंने ये निर्णय लिया। ताई ने कहा कि चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लेकर उन्होंने पार्टी को चिंतामुक्त कर दिया है। अब जल्दी ही पार्टी को प्रत्याशी घोषित करना चाहिए ताकि हम सभी जनता के बीच जा सकें।
8 बार की सांसद हैं ताई।
लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन इंदौर से लगातार 8 बार सांसद रहीं हैं। 1989 में वे पहली बार सांसद बनी थी। 9 वी बार भी वे चुनाव मैदान में उतरने के लिए तैयार थीं। उन्होंने कार्यकर्ताओं की बैठकें लेना भी शुरू कर दिया था पर पार्टी की बेरुखी को देखते हुए अपने कदम पीछे खींचने पर उन्हें मजबूर होना पड़ा।