बीजेपी विधायक दल की बैठक में लगी मुहर।
राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा होंगे उपमुख्यमंत्री।
नरेंद्र सिंह तोमर बनेंगे स्पीकर।
उज्जैन दक्षिण से विधायक हैं मोहन यादव।
भोपाल : छत्तीसगढ़ के बाद मप्र में भी बीजेपी आलाकमान ने त्तमाम अटकलों, कयासों और राजनीतिक पंडितों के दावों को झुठलाते हुए मुख्यमंत्री पद के लिए चौकाने वाला नाम सामने रखा। तमाम दिग्गज क्षत्रपों की दावेदारी को दरकिनार कर उज्जैन दक्षिण से तीसरी बार विधायक चुने गए मोहन यादव को मप्र की कमान सौंपी गई है। वे मप्र के नए मुख्यमंत्री होंगे। इसी के साथ 18 बरसों से चले आ रहे ‘शिव’ राज की विदाई हो गई।
पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में लगी मोहन यादव के नाम पर मुहर।
सोमवार को मप्र के लिए नियुक्त पर्यवेक्षक हरियाणा के सीएम मनोहरलाल खट्टर, ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. के लक्ष्मण और आशा लाकड़ा भोपाल पहुंचे। उनकी मौजूदगी में बीजेपी विधायक दल की बैठक में मोहन यादव के नाम का प्रस्ताव निवर्तमान सीएम शिवराज सिंह ने रखा। सभी वरिष्ठ नेताओं ने प्रस्ताव का समर्थन किया। इसके बाद सर्वानुमति से मोहन यादव के नाम को मुख्यमंत्री के बतौर हरी झंडी दे दी गई। बैठक में दो उपमुख्यमंत्री के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई। राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा उपमुख्यमंत्री होंगे। वरिष्ठ नेता नरेंद्र सिंह तोमर को स्पीकर बनाया जा रहा है।
उच्च शिक्षित हैं मोहन यादव।
मप्र 19 वे मुख्यमंत्री के बतौर शपथ लेने जा रहे डॉ. मोहन यादव उज्जैन दक्षिण सीट से तीसरी बार विधायक चुने गए हैं।उन्होंने कांग्रेस के चेतन यादव को 12,941 मतों से हराया था। शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रहे मोहन यादव उच्च शिक्षित होकर बीएससी, एलएलबी और पीएचडी की डिग्री हासिल कर चुके हैं। बताया जाता है कि 58 वर्षीय डॉ. मोहन यादव 42 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं। चुनाव के दौरान दिए गए हलफनामे से इसका खुलासा हुआ था।