संस्था न्यायाश्रय द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सेमिनार का आयोजन।
राष्ट्रीय सेमिनार में 16 राज्यों से आए 150 अधिवक्तागण ने की शिरकत।
इंदौर : समाज में महिलाओं के योगदान को किसी भी तरीके से कम नहीं आंका सकता, पुरुषों से ज्यादा महिलाओं की सकारात्मक समाज में भूमिका रही है। यदि हम सच्चे दिल से चाहते हैं कि महिला सशक्तिकरण हो तो समाज के हर वर्ग को आगे आना होगा। न्यायपालिका ने अपनी महती भूमिका महिला सशक्तिकरण में निभाई है। यदि सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के केसेस देखें तो निरंतर महिला सशक्तिकरण की दिशा में हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। यह कहना है न्यायमूर्ति विजय कुमार शुक्ला का जो संस्था न्यायाश्रय द्वारा इंदौर में आयोजित राष्ट्रीय अधिवक्ता अधिवेशन के दौरान अतिथि के बतौर अपने विचार रख रहे थे।
संस्था न्यायाश्रय के अध्यक्ष डॉ. पंकज वाधवानी एडवोकेट ने बताया कि इस राष्ट्रीय अधिवेशन में पूरे देश से 16 राज्यों के 150 से अधिक शहरों से आए अधिवक्ताओं ने भाग लिया। अधिवेशन का शुभारंभ न्यायमूर्ति विजय कुमार शुक्ला, वरिष्ठ अधिवक्ता अजय बागड़िया , इंदौर के सांसद शंकर लालवानी ने किया। संस्था का परिचय कार्यक्रम समन्वयक लॉ फैकल्टी श्रीमती प्रीति जायसवाल ने किया। आभार एडवोकेट उन्नति वाधवानी ने माना।
कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रतिभागियों ने कानून के विषयों पर प्रश्नोत्तरी की जिसका अतिथियों ने उत्तर दिया।