प्रेस्टीज प्रबंध संस्थान के `युवा संवाद’ कार्यक्रम में बोले वक्ता।
इंदौर : युवा एक उद्देश्य निर्धारित कर राष्ट्र के अमृत काल में सतत विकास के लक्ष्यों में अपना सक्रिय योगदान दें, जिससे देश के युवाओं और सरकार के बीच अनुभव, विचारों और दृष्टिकोण का आदान प्रदान हो सके, इसी के साथ युवाओं की सामूहिक क्षमता का उपयोग सही दिशा मे हो सके।ये बात कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त मध्यप्रदेश युवा आयोग के अध्यक्ष डॉ. निशांत खरे, ने प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एण्ड रिसर्च, इंदौर के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आईक्यूएसी) के तत्वावधान में मध्य प्रदेश शासन के सहयोग से गुड गवर्नेंस सेल के बैनर तले आयोजित युवा-संवाद कार्यक्रम में व्यक्त किए।
युवा संवाद कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं में पब्लिक- प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल की अवधारणा को बढ़ावा देने के साथ प्रदेश में समावेशी विकास के लिए युवा छात्र-छात्राओं, स्वयंसेवी संस्थाओं एवम् राज्य की एजेंसियों के बीच समन्वय और साझेदारी को बढ़ावा देना था ।
छत्रपति शिवाजी का हिंदवी स्वराज राजनीतिक,सामाजिक भागीदारी का सर्वोत्तम उदाहरण।
डॉ.खरे ने छत्रपति शिवाजी महाराज का उदाहरण देकर कहा कि जिस तरह से शिवाजी महाराज ने युवा अवस्था में हिंदवी स्वराज्य की स्थापना की वह आज के युवाओं के लिए राजनीतिक एवं सामाजिक भागीदारी का सर्वोत्तम उदाहरण है। इतिहास इस बात का साक्षी है कि किस तरह युवा शिवाजी ने राजा और प्रजा के सामूहिक प्रयासों के साथ शत्रुओं को नाकों चने चबवा दिए थे और स्वराज की पताका फहराई थी।
छात्र सामाजिक गतिविधियों में इंटर्नशिप के माध्यम से जुड़ें : महापौर।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि युवा-संवाद, युवाओं के भीतर ऊर्जा भरने का काम करेगा। इससे प्रेरित होकर युवा छात्र छात्राएं समाज की मुख्य धारा से जुड़ कर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के अभियान सबका साथ- सबका विकास से प्रत्यक्ष रूप से जुड़ पाएंगे। महापौर ने इस अवसर पर युवाओं को इंदौर शहर की सामाजिक गतिविधियों में इंटर्नशिप के माध्यम से जुड़ने का प्रस्ताव भी दिया। उन्होंने कहा कि यह युवा संवाद कार्यक्रम पीआईएमआर कैंपस में सुशासन के सपने को जगा रहा है।
युवा संवाद विभिन्न मुद्दों पर छात्रों को एक दूसरे से जुड़ने का अवसर देगा: लालवानी।
समारोह को सम्बोधित करते हुए सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि इस आयोजन ने इंदौर के युवाओं को अपने विचार व्यक्त करने का अच्छा अवसर प्रदान किया है, जिससे उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व के विभिन्न मुद्दों के साथ – साथ स्थानीय स्तर पर भी एक दूसरे से जुड़ने और अपने विचार साझा करने का अवसर मिलेगा।
युवा एक इंजन की भांति हैं : कलेक्टर।
जिलाधिकारी इंदौर, डॉ. इलैयाराजा टी. ने कहा कि युवा एक इंजन की भांति हैं जो देश की गाड़ी को सफलता और उपलब्धियों की ओर ले जाता है। उन्होंने कहा कि अब देश का मार्गदर्शन करना युवाओं का कर्तव्य है। युवाओं को अमृत काल के दौरान देश को सफलता के शिखर की ओर लेकर जाना है जिसके लिए दृढ़ निश्चय के साथ लक्ष्य निर्धारित करना होंगे और इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए जिम्मेदारी के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना होगा।डॉ. इलैयाराजा टी. ने कहा कि युवाओं को शासन द्वारा शुरू की गई पहल में सक्रिय रूप से जुड़ना चाहिए जिससे वे गुड गवर्नेंस कॉन्सेप्ट को भली भांति समझ पाएंगे।
छात्र संतुलित होकर विषम परिस्थितियों का सामना करें : डेविश जैन।
प्रेस्टीज एजुकेशन फाउंडेशन के चेयरमैन तथा प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. डेविश जैन ने छात्र- छात्राओं से कहा कि विषम परिस्थितियां ही आपको सब कुछ सिखाती हैं, बस जरूरत है तो संतुलित रहकर उनका सामना करने की। जैन ने कहा कि एक शिक्षण संस्थान के रूप में हमारा दृष्टिकोण समाज में सदैव एक आदर्श एवं प्रगतिशील परिवर्तन का प्रतिनिधित्व करना रहा है। प्रेस्टीज एज्युकेशन फाउंडेशन का उद्देश्य युवा छात्र – छात्राओं को रचनात्मकता, कौशल विकास एवं सकारात्मकता के साथ गुड गवर्नेंस गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल होने के लिए प्रेरित करना है।
प्रेस्टीज प्रबंधन एवं शोध संस्थान, इंदौर के आईक्यूएसी के गुड गवर्नेंस सेल के समन्वयक डॉ. दीपक जारोलिया ने गुड गवर्नेंस सेल की कार्यप्रणाली एवं छात्र-छात्राओं की सक्रिय भागीदारी के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एण्ड रिसर्च, इंदौर के सीनीयर डायरेक्टर डॉ. देवाशीष मलिक, प्रेस्टीज यू.जी. डायरेक्टर, कर्नल डॉ. सुब्रमण्यम रमन अय्यर, डायरेक्टर, डिपार्टमेंट ऑफ लॉ डॉ. राजा रॉय चौधरी, समस्त प्राध्यापकगण व बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे ।