हॉस्टल में अनैतिक गतिविधियों के संचालन का जताया संदेह।
रहवासी क्षेत्र में व्यावसायिक गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग की।
रहवासी क्षेत्रों में हॉस्टल, होटल के संचालन को बंद कराने के लिए दी आंदोलन की चेतावनी।
इंदौर : शहर में तेजी से विकसित हो रहे निपानिया, पिपलिया कुमार क्षेत्र की विभिन्न कॉलोनियों, विशेष रूप से महालक्ष्मी नगर, साईं कृपा कॉलोनी, एम आर 5, एम आर 4, राधिका पैलेस , तुलसी नगर, पुष्प विहार, अमृत पैलेस कॉलोनियों के रहवासी क्षेत्र में अवैध हॉस्टल, होटल के निर्बाध निर्माण से चिंतित और आक्रोशित हैं। ज्ञापन, शिकायतों के माध्यम से इस क्षेत्र के रहवासियों द्वारा कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों, जिला प्रशासन एवं नगर निगम के अधिकारियों को अवगत कराया गया पर इन अवैध निर्माणकर्ताओं पर राजनीतिक वरदहस्त होने से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। शिकायत मिलने पर नगर निगम के सम्बंधित अधिकारी नियम विरुद्ध अवैध निर्माण हटाने का नोटिस थमा कर अपने दायित्व की इतिश्री कर लेते हैं।
इसी मामले में साईकृपा कॉलोनी के रहवासियों की शिकायत पर वार्ड 36-37 रहवासी महासंघ का प्रतिनिधिमंडल ने साईंकृपा कॉलोनी के प्लाट क्रमांक 705 पर निर्मित अवैध हॉस्टल का जायजा लिया जहाँ भू स्वामी द्वारा स्वीकृत निर्माण क्षेत्र के विरुद्ध अवैध हॉस्टल का निर्माण कराया गया है। क्षेत्र की महिलाओं ने इस हॉस्टल में अनैतिक गतिविधियों का आरोप लगाते हुए कहा कि यहां देर रात तक लड़के – लड़कियों का आना जाना लगा रहता है। ऐसा प्रतीत हो रहा कि लड़के- लडकिया संदेहास्पद गतिविधियों में संलग्न हैं।महिलाओं ने कहा कि जब लड़कों से इस सन्दर्भ में पूछताछ की गई तो वे रहवासियों के साथ मारपीट करने पर उतारू हो गए। स्थानीय निवासी दीपेश गुप्ता ने कहा कि रहवासी क्षेत्र में अवैध निर्माण को लेकर रहवासियों द्वारा नगर निगम से शिकायत की गई थी । शिकायत का संज्ञान लेते हुए नगर निगम के सक्षम पदाधिकारी द्वारा मौके का मुआयना कर अवैध निर्माण होना पाया गया। इस संदर्भ में नगर निगम के पदाधिकारी द्वारा उक्त भू स्वामी को नोटिस देते हुए 6 मई के पहले अवैध निर्माण को हटाने तथा अवैध रूप से चल रहे हॉस्टल को बंद करने को कहा गया है।
रहवासी संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि यदि 6 मई तक उक्त भूमि पर अवैध निर्माण को नहीं तोडा गया तथा इस क्षेत्र में अवैध रूप से चल रहे हॉस्टलों एवं होटलों को बंद नहीं किया गया तो रहवासी महासंघ का प्रतिनिधिमंडल नगर निगम कमिश्नर से मिलकर त्वरित कारवाई की मांग करेगा। कारवाई नहीं होने की स्थिति में क्षेत्र के रहवासी एक बार पुनः रहवासी क्षेत्रों में व्यावसायिक गतिविधियों को रोकने के लिए आंदोलन करेंगे।