नई दिल्ली : सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में वर्ष 2021-22 का बजट पेश कर दिया। इस में वित्त मंत्री ने कई बड़े ऐलान किए हैं, हालांकि मध्यम वर्ग को बजट से कुछ नहीं मिला उल्टे पेट्रोल- डीजल पर कृषि सेस लगाए जाने से उनपर बोझ और बढ़ गया है।बजट पेश होने के बाद विपक्षी दलों के नेताओं ने केंद्र सरकार और वित्त मंत्री पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने बजट को निराशाजनक बताया।
राहुल गांधी ने बजट पर ट्वीट करते हुए कहा गरीबों के हाथों में नकदी भूल ही जाइए, देश की संपत्ति भी पूंजीपतियों को सौंप रही
कांग्रेस के नेता शशि थरूर ने ट्विटर पर सरकार पर तंज कसते हुए लिखा- बीजेपी सरकार मुझे गैरेज मेकैनिक की याद दिलाती है जो अपने क्लायंट से कहता है कि मैं आपकी गाड़ी के ब्रेक नहीं ठीक कर सका इसीलिए मैंने आपकी गाड़ी का हॉर्न तेज कर दिया है।
शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने बजट की कमियां गिनाते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा- सैलेरी क्लास के लिए टैक्स में कोई छूट नहीं है। इसके अलावा प्रियंका ने और भी कई मुद्दों पर सरकार को घेरा है।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्य मंत्री अशोक चव्हाण ने भी सरकार के बजट की कई कमियों को अपने ट्वीट के माध्यम से उजागर किया है। उन्होंने बजट को किसानों को प्रताड़ित करने वाला बजट बताया।
सिर्फ नेता ही नहीं, राजनीतिक दल भी अपने ट्विटर अकाउंट्स से सरकार के खिलाफ हल्ला बोल रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए ट्विटर पर लिखा- रेल बेच देंगे, सड़क बेच देंगे, एयरपोर्ट बेच देंगे, बिजली बेच देंगे, किसानी बेच देंगे, वेयरहाउस बेच देंगे लेकिन मित्रों, सौगंध मुझे इस मिट्टी की मैं देश नहीं बिकने दूंगा! वहीं सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इसे किसान विरोधी बताया है. लेफ्ट पार्टी ने इसे olx पर बेचने वाला प्रचार बता डाला है।