भोपाल : मध्य प्रदेश में 15 मार्च से फसलों की खरीदी शुरू हो जाएगी। फिलहाल फसलों के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया चल रही है। खास बात यह है कि इस बार किसानों को समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए ज्यादा परेशान न होना पड़े इसके लिए सरकार कई उपाय कर रही है। गेहूं खरीदी के लिए इस बार पूरे मध्य प्रदेश में 4,529 खरीद केंद्र बनाए जा रहे हैं।
ये होगी गेहूं की एमएसपी।
मध्य प्रदेश में इस बार समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी का दाम 1,975 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। सरकार ने अनुमान लगाया है कि इस साल प्रदेश के करीब 20 लाख किसान समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचेंगे। यही वजह है कि सरकार ने पिछली बार की अपेक्षा इस बार गेहूं के लिए खरीद केंद्रों की संख्या बढ़ाई हैं।
इसके अलावा निजी क्षेत्र के लोग मंडियों से लाइसेंस लेकर किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी कर सकेंगे। मंडी बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि आइटीसी कंपनी सहित कुछ व्यापारी क्रय केंद्र खोलने की तैयारी में हैं।
एक साथ खरीदी जाएगी तीनों फसलें।
इस बार शिवराज सरकार ने चना, सरसों, मसूर और गेहूं की फसल की खरीदी एक साथ करने का फैसला लिया है, जिसके चलते एक फरवरी से फसलों की खरीदी के लिए पंजीयन भी शुरू हो चुका है। अब तक सरकार गेहूं की फसल खरीदी का काम पहले करती थी। उसके बाद दूसरी फसलों की खरीदी शुरू होती थी। लेकिन इस बार सरकार ने एक साथ सभी फसलों को खरीदने का फैसला किया है। यही वजह है कि सरकार ने गेहूं खरीदी के लिए प्रदेश में केंद्रों की संख्या 4,529 कर दी है।
बताया जा रहा है कि इस बार प्रदेश में गेहूं पैदावार बंपर हुई है। इसलिए सरकार का अनुमान है कि किसान बड़े पैमाने पर गेहूं की बिक्री करेंगे। बता दे कि पिछले साल मध्य प्रदेश ने गेहूं खरीदी में देशभर में पहला स्थान हासिल किया था। इसलिए सरकार पहले से गेहूं खरीदी की तैयारियों में जुटी है।