इंदौर : बेहद तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मरीज और ध्वस्त हो चुकी सरकारी व्यवस्था के बीच कांग्रेस के विधायक और महापौर पद के घोषित प्रत्याशी संजय शुक्ला शहर में अपनी पहचान और पकड़ बनाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। पीड़ितों के आंसू पोंछने की उनकी कवायद राजनीति से प्रेरित जरूर है पर लोग उनके द्वारा दिखाई जा रही संवेदनशीलता की सराहना कर रहे हैं। कोरोना के इलाज में जरूरी इंजेक्शन और ऑक्सीजन की कमीं को दूर करने को लेकर उनके प्रयास बीजेपी नेताओं को आइना दिखा रहे हैं। बुधवार को 10 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदकर सरकारी अस्पतालों में पहुंचने वाले मरीजों को राहत देने का फैसला मानवीय होने के साथ उन्हें आम लोगों के करीब ले जाएगा।
कांग्रेस नेताओं के साथ किया अस्पतालों का दौरा।
कांग्रेस के विधायक संजय शुक्ला ने बुधवार को विधानसभा क्षेत्र क्रमांक एक और चार के तहत आने वाले उन अस्पतालों का दौरा किया, जहां पर कोरोना के मरीज उपचार के लिए भर्ती हैं। शुक्ला के साथ विधायक विशाल पटेल और इंदौर शहर कांग्रेस के अध्यक्ष विनय बाकलीवाल भी थे। एरोड्रम रोड स्थित गीतांजलि अस्पताल से अपना दौरा शुरू कर शुक्ला व अन्य कांग्रेसी नेताओं ने बांठीया अस्पताल, सिटीजन अस्पताल, एसके हॉस्पिटल, यूनिक अस्पताल , ट्रू केयर अस्पताल , संगम हॉस्पिटल सहित करीब 15 अस्पतालों का दौरा किया। उन्होंने अस्पतालों में पहुंचकर वहां इलाज के लिए भर्ती मरीजों और उनके परिजनों से बात की । इसके साथ ही साथ अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती होने के लिए इंतजार खड़े मरीजों और उनके परिजनों से भी चर्चा की।
ऑक्सीजन की कमीं यथावत।
कांग्रेसी नेताओं के मुताबिक अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी बनी हुई है। बड़ी संख्या में मरीज ऑक्सीजन के लिए तड़प रहे हैं। बहुत से मरीज अस्पताल में भर्ती होने के लिए इंतजार में हैं। उनका भी ऑक्सीजन का लेवल कम हो रहा है। चर्चा के दौरान कुछ डॉक्टरों ने विधायक संजय शुक्ला को बताया कि ऐसे में ऑटोमेटिक ऑक्सीजन बनाने वाली मशीन ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की जरूरत है। यदि यह मशीन लगा दी जाती है तो इसके माध्यम से कई मरीजों की जान बचाई जा सकती है।
सरकारी अस्पतालों में 10 ऑक्सीजन मशीनें लगाएंगे।
ऑक्सीजन मशीनों के बारे में पता चलते ही विधायक शुक्ल ने इस मशीन के बारे में जानकारी निकाली तो पता चला कि यह मशीन ₹45000 से लेकर ₹150000 तक कीमत की आती है। इस मशीन में कुछ भी करने की जरूरत नहीं है। केवल क्लॉक लगाओ और बटन चालू करो तो वह अपने आप ऑक्सीजन बनाना शुरु कर देती है। इसपर विधायक संजय शुक्ला ने तत्काल अपनी ओर से 10 मशीनें लगाने का एलान कर दिया। यह मशीनें सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, एमटीएच हॉस्पिटल और एम आर टीबी हॉस्पिटल परिसर में शामियाना लगाकर लगाई जाएंगी। वे मरीज जिन्हें अस्पताल में बेड नहीं होने के कारण भर्ती नहीं किया जा सका है, उन्हें को इस मशीन के माध्यम से ऑक्सीजन देकर उनकी जान बचाई जा सकेगी।
रेमडेसीवीर की कालाबाजारी जारी।
विधायक शुक्ला ने कहा कि अस्पतालों के दौरे में ये हकीकत भी उजागर हुई कि इन अस्पतालों में मरीजों के उपचार पर समुचित ध्यान नहीं दिया जा रहा है । एक तरफ ऑक्सीजन की कमी है तो दूसरी तरफ अब भी रेमडेसीविर इंजेक्शन के लिए मारामारी मची हुई है। यूनिक अस्पताल में 78 मरीज ऐसे हैं जिन्हें इस इंजेक्शन की जरूरत है। प्रशासन द्वारा मंगलवार को इस अस्पताल को 27 इंजेक्शन भेजे गए थे। बुधवार को कोई इंजेक्शन नहीं भेजा गया है। जबकि मरीज को 5 दिन तक लगातार यह इंजेक्शन दिया जाना आवश्यक है। इस तरह से इन मरीजों के इलाज में निरंतरता का अभाव है।