इंदौर : 2018 का विधानसभा का चुनाव कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के चेहरे को आगे कर जीता था। चुन्नू- मुन्नू (कमलनाथ- दिग्विजय सिंह) की जोड़ी को तो 50- 100 लोग भी सुनने नहीं आते थे। चुनाव में किसानों, युवाओं, दूध उत्पादकों सहित अन्य लोगों से बड़े- बड़े वादे किए गए थे। 15 माह बीतने के बाद भी कमलनाथ सरकार ने वादे पूरे नहीं किए तो सिंधिया ने मोदी एक्सप्रेस पकड़ ली और अहंकारी चुन्नू- मुन्नू (कमलनाथ- दिग्विजय) की जोड़ी को सड़क पर ला दिया।
ये बात बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कही। वे बुधवार को सांवेर उपचुनाव को लेकर बीजेपी प्रत्याशी तुलसी सिलावट के समर्थन में आयोजित आमसभा को सम्बोधित कर रहे थे।
एक भी वादा पूरा नहीं किया।
विजयवर्गीय ने कहा कि इतिहास में पहली बार 28 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। कांग्रेस में सिंधिया और सिलावट जैसे कुछ अच्छे लोग थे जो चुन्नू- मुन्नू की वादाखिलाफी के चलते कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आ गए हैं। चुन्नू- मुन्नू ने केवल ट्रांसफर उद्योग चला रखा था। वचन पत्र का एक भी वादा उन्होंने पूरा नहीं किया। किसानों का 2 लाख का कर्ज 10 दिन में माफ करने का वादा था, पूरा नहीं किया। दूध उत्पादकों को 5 रुपए प्रति लीटर प्रोत्साहन राशि देने की बात कही थी, पूरी नहीं की। युवाओं को 4 हजार रुपए बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था पर पूरा नहीं किया। जब सिंधिया ने वादे पूरे करने पर जोर दिया तो उन्हें सड़क पर उतरने की चुनौती दे दी गई। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने वादाखिलाफी के विरोध में अपने समर्थकों सहित कांग्रेस को तिलांजलि दी और बीजेपी में शामिल हो गए। सिंधिया हटे और चुन्नू- मुन्नू की दुकान बंद हो गई।
कमलनाथ के बयान उनकी वैचारिक दरिद्रता के परिचायक।
विजयवर्गीय ने कहा कि कमलनाथ जिसतरह के बयान दे रहे हैं, वे उनकी वैचारिक दरिद्रता को दर्शाते हैं। सीएम शिवराज जैसे संतपुरुष को नालायक कहकर कमलनाथ ने अपने असल चरित्र का परिचय दिया है। अब तो वे भूखे- नंगे जैसी हीन शब्दावली पर उतर आए हैं। कमलनाथ उद्योगपति जरूर हैं पर उनकी नीयत खराब है। हम गरीब हैं इसलिए गरीबों का दर्द जानते हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि तुलसी सिलावट 50 हजार वोटों से जीतेंगे, पर हमें अपना होश व जोश मतदान के अंतिम क्षणों तक कायम रखना है।
जिनके विचारों में दुष्टता हो वे शैतान।
बीजेपी प्रवक्ता उमेश शर्मा ने सभा में अपने जोशीले भाषण से रंग भर दिया। उन्होंने एक बार फिर साधु और शैतान का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा। उमेश शर्मा का कहना था कि बीजेपी ने साधु और शैतान का जो विज्ञापन दिया था, उसमें किसी का नाम नहीं लिया था। सांवेर की जनता पर फैसला छोड़ दिया था कि वो तय करे साधु कौन और शैतान कौन है। पर कांग्रेस के मित्र थाने पहुंच गए और खुद ही बता दिया कि शैतान कौन है…। शर्मा ने कहा कि साधु और शैतान प्रवृत्तियां हैं। जिनके विचारों में दुष्टता हो, वे शैतान की श्रेणी में आते हैं।
सांवेर के बाजार चौक में सम्पन्न हुई इस सभा में जीतू जिराती, राजेश सोनकर व अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया। मंच पर सांसद शंकर लालवानी, मंत्री उषा ठाकुर, उपचुनाव प्रभारी रमेश मेंदोला, विधायक महेंद्र हार्डिया, मालिनी गौड़, आकाश विजयवर्गीय, पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता, इकबाल सिंह गांधी और अन्य नेता मौजूद रहे। सभा में स्थानीय लोगों की उपस्थिति अच्छी थी।