लक्ष्मणगढ़ (सीकर). पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुभाष महरिया के कांगे्रस का दामन थामते ही भाजपा में सियासी समीकरण बदल गए हैं। तीन वर्ष से नेतृत्वविहीन लक्ष्मणगढ़ विधानसभा क्षेत्र पर अब यूआईटी चेयरमैन हरिराम रणवां ने ताल ठोक दी है। रामलीला मैदान में शुक्रवार को आयोजित अभिनंदन समारोह में कुछ इस तरह सियासी तीर चले। …. आगे देखें कार्यक्रम की अधिक तस्वीरें
-कार्यक्रम में सैनिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष प्रेमसिंह बाजौर ने कहा कि रणवां के नेतृत्व ने ही भाजपा को आजादी के बाद पहली बार चार विधायक जिताए।
-भूदान आयोग के अध्यक्ष रामनारायण मीणा व चिकित्सा राज्यमंत्री बंशीधर बाजिया ने भी रणवां को लक्ष्मणगढ़ का ‘लोकप्रिय’ नेता बताया।
-भाजपा देहात मण्डल के अध्यक्ष राजकुमार महला तथा मनोज बाटड़ ने अतिथियों को लक्ष्मणगढ़ की
जनसमस्याएं बता कर उनके समाधान की मांग की।
– समारोह को सीकर विधायक रतन जलधारी, धोद विधायक गोरधन वर्मा, जिला प्रमुख अपर्णा रोलण तथा पूर्व विधायक के डी बाबर ने भी संबोधित किया।
-मंच पर पूर्व विधायक रिड़मल सिंह, खंडेला प्रधान मूलचन्द वर्मा, पाटन प्रधान संतोष गुर्जर, दांता प्रधान अशोक तथा युवा बोर्ड सदस्य सुशील भी उपस्थित थे। संचालन भंवरलाल वर्मा व ओंकारसिंह ने किया।
—-
नेतृत्व नहीं मिला तो हुई उपेक्षा
यूआईटी चेयरमैन ने कहा कि नेतृत्व के अभाव मे लक्ष्मणगढ़ की अब तक उपेक्षा हुई है। लेकिन अगले दो सालों मे ऐसा नहीं होने दूंगा। समारोह में वक्ताओं ने कहा कि मलमास पूरे होने के बाद मोदी स्कूल के सामने कार्यालय खोला जाएगा। जहां आगामी चुनाव तक लक्ष्मणगढ़ के लोगों की समस्याएं सुनी जाएंगी और प्राथमिकता से उन्हें दूर करने के प्रयास किए जाएंगे।
स्कूल की तरह नहीं है अस्पताल,कहीं भी खोल दें
चिकित्सा मंत्री बाजिया ने कहा कि अस्पताल कोई स्कूल की तरह नहीं होते कि कहीं भी खोल दें। अस्पताल खोलने के लिए विभाग को पहले चिकित्सकों की व्यवस्था करनी पड़ती है और सारे मापदण्ड देखकर ही खोले जा सकते हैं। लक्ष्मणगढ़ सीएचसी को क्रमोन्नत कर 100 बेड का अस्पताल बनाने एवं ट्रोमा यूनिट शुरू करने की मांग मुख्यमंत्री तक पहुंचाई जाएगी।
—–
मीणा ने जताई पीड़ा तो छूटी हंसी
राजस्थान भूदान आयोग के अध्यक्ष रामनारायण मीणा ने कहा कि भूदान आयोग में इससे पहले गोकुलभाई भट्ट व मोहनलाल सुखाडिय़ा जैसे दिग्गज भी अध्यक्ष रह चुके हंै। इसलिए उन्होंने भी इसी आयोग को चुन लिया लेकिन अभी तक तो वे यही नहीं समझ पाए है कि इसमे क्या-क्या काम होता है। यह सुनकर लोग हंसने लगे।
—–
मांगे कई लेकिन घोषणा नहीं
कार्यक्रम में मंत्री स्तर के कई नेताओं के आने से उत्साहित लक्ष्मणगढ़ की जनता को निराशा ही हाथ लगी। कार्यक्रम के दौरान क्षेत्र के विकास के लिए कोई बड़ी घोषणा नहीं की गई। स्वागत के बहाने स्थानीय पदाधिकारियों ने लक्ष्मणगढ़ में चिकित्सा सुविधा का विस्तार करने, सड़कों का निर्माण करने व पंचायतों को बजट दिलवाने की मांग की। लेकिन इन सभी मांगों पर मंत्रियों ने पूरी करने का आश्वासन ही दिया।
—-
इन्होंने किया स्वागत
कार्यक्रम में भाजपा देहात मंडल के अध्यक्ष राजकुमार महला, मनोज बाटड़, मदनलाल ढाका, खूमाराम ढाका, शिवबक्श पटवारी, युवा मोर्चा के जिला महामंत्री ललित पंवार, शहर मंडल के पूर्व महामंत्री शशि प्रकाश जोशी, कमला भूखर, महेन्द्र सेवदड़ा, श्रवण शर्मा, हरलाल झाझड़, जीवणराम काछवा, गजेन्द्र सिंह बाटड़ानाऊ, शिव भगवान बगडि़या, प्रदीप पाराशर, पूर्व अध्यक्ष महेश शर्मा, अग्रवाल नवयुवक मंडल दीपक जाजोदिया, मंत्री संदीप बजाज, वीरेन्द्र सोला, मोहन सिंह बठोठ आदि ने मंत्रियों का अभिनंदन किया।
—-
उनके पेट में दर्द क्यों?
कार्यक्रम में भाजपा की गुटबाजी साफ नजर आई। समारोह में सैनिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष प्रेम सिंह बाजौर ने भाजपा के दूसरे गुट पर तंज कसा। पिछले दिनों भाजपा शहर मंडल के एक कार्यक्रम में सांसद सुमेधानंद सरस्वती व पूर्व जिलाध्यक्ष महेश शर्मा ने जिले में लालबत्ती पाने वाले नेताओं पर व्यंग्य करते हुए कहा था कि विकास के लिए बजट हम लेकर आते हैं और फीता लालबत्ती वाले काट जाते हैं। इस बात पर उन्होंने कहा कि हमारी लाल बत्ती से उनके पेट में दर्द क्यों होता है, यह समझ से परे है।
—–
नहीं दिखे शहर मंडल के पदाधिकारी और कार्यकर्ता
समारोह में लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र के भाजपाई भी बंटे नजर आए। शहर भाजपा मंडल के पदाधिकारी व नगर पालिका के पार्षद कार्यक्रम में नजर नहीं आए। लेकिन पूर्व पार्षद व पूर्व पदाधिकारी बड़ी संख्या में दिखाई। और उन्होंने अतिथियों का स्वागत भी किया।