इंदौर : उज्जैन से रात्रि विश्राम के लिए इंदौर आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह शुक्रवार रात को रैन बसेरों का निरीक्षण करने पहुँचे थे। उन्होंने सुखलिया, एमवायएच, और झाबुआ टॉवर रेन बसेरे का निरीक्षण किया था।
जिला व निगम प्रशासन ने हर जगह तमाम व्यवस्थाएं चाक चौबंद कर रखी थी। सुखलिया स्थित रेन बसेरे में सीएम के दौरे के समय 9 बुजुर्ग ठहरे हुए बताए गए थे। उनसे सीएम की बात भी कराई गई थी। एक महिला कर्मी सहित 6 निगम कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी। निरीक्षण के बाद सीएम शिवराज ने व्यवस्थाओं पर संतोष जताया था। लेकिन असलियत ठीक इससे उलट थी। मुख्यमंत्री के जाते ही निगम के कर्मचारी गायब हो गए । रात 1 बजे सुखलिया बापट चौराहा स्थित वह रेन बसेरा बन्द मिला जहाँ मुख्यमंत्री गए थे। सिर्फ एक निगमकर्मी वहां मौजूद था बाकी सब घर चले गए थे। रेन बसेरा में जब मुख्यमंत्री शिवराज आए थे तब 9 लोगों के वहां रुकने की जानकारी दी गई थी जिसकी रजिस्टर में भी इंट्री की गई थी । लेकिन रात को इनमें से 3 बुजुर्ग गायब थे । वहां मौजूद निगमकर्मी को भी पता नहीं था कि वो कौन थे और कहां चले गए। कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री के आगमन के मद्देनजर बाहर से लोगों को बुलाकर उन्हें यहां सुलाया गया था। सीएम के जाते ही उन्हें रवाना कर दिया गया । सीएम के समक्ष अपनी उजली छवि पेश करने के चक्कर में अधिकारियों ने उन्हें गलत जानकारी दी। पोल खुलने के बाद अब सभी ने चुप्पी साध ली है।
निगम प्रशासन का फर्जीवाड़ा उजागर, सीएम के जाते ही रेन बसेरा से गायब हुए 3 बुजुर्ग और कर्मचारी..!
Last Updated: February 13, 2021 " 05:51 pm"
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